अजय कुमार ठाकुर, चौपारण
प्रखंड के अलग-अलग गांव की सड़क पर बरसात का पानी जमा हो गया है. जिससे कई सड़कें कीचड़ में तब्दील हो गयी हैं. इन सड़कों पर गाड़ी या बाइक चलाना तो दूर की बात है, पैदल चलना भी मुश्किल है. सड़क पर गड्ढे हैं या गड्ढों में सड़क, यह सवाल आम लोगों की जुबान पर है. यह हाल झापा पंचायत के ग्राम बेंदुआरा से झापा होते हुए बारा चौक तक आने वाली सड़क का है.
इस सड़क से हर दिन गाड़ी, बाइक के अलावा सैंकड़ो लोगों का पैदल आना जाना होता है. करीबन तीन किलोमीटर लंबी सड़क को पार करने के लिए राहगीरों को दर्जनों गढ़े नापने पड़ते हैं. तब कहीं वे राहगीर बारा चौक पहुंच पाते हैं. इस सड़क का करीबन 7 वर्ष पूर्व कालीकरण हुआ था. जो आज के समय में अत्यंत जर्जर हो चुकी है.
कीचड़ में तब्दील हुई दो प्रखंड को जोड़ने वाली सड़क
वहीं, बेढना बारा से नरचा तक जाने वाली सड़क कीचड़ में तब्दील हो गयी है. यह सड़क चौपारण एवं इटखोरी प्रखंड को जोड़ती है. इस मार्ग से बड़ी संख्या में हर दिन लोगों का चौपारण एवं इटखोरी के लिए आना-जाना होता है. बारा से करीबन दो किमी नरचा नदी तक पूरी तरह से यह मार्ग कीचड़ में तब्दील हो गया है.
स्थानीय लोगों ने जन प्रतिनिधियों एवं जिला प्रशासन से उक्त सड़क की मरम्मत कराने की मांग की है. मांग करने वालों में मुखिया पूर्णिमा देवी, सुमन कुमार गुप्ता, बिनोद साव, खूबलाल साव, लेखनारायन साव, महेंद्र पासवान, जागेश्वर यादव, रतन कुमार वर्मा, नरेंद्र सिंह, हीरा ठाकुर, गणेश साव, दिनेश कुमार गुप्ता, टुकन साव, छकौड़ी साव, सकलदेव पोद्धार, जानकी साव सहित कई लोगों का नाम शामिल है.