बड़कागांव : बड़कागांव थाना परिसर में खुलेआम बालमित्र पदाधिकारी महेंद्र कुमार राम द्वारा नगद घूस लेने का समाचार व्हाट्सएप पर वायरल होने के बाद हजारीबाग आरक्षी अधीक्षक मयूर पटेल ने उन्हें सस्पेंड कर दिया. मामले पर स्वत: संज्ञान लेते हुए एसपी ने बड़कागांव एसडीपीओ अनिल कुमार सिंह को जांच का जिम्मा सौंपा.
जांच के उपरांत मामले को सही पाये जाने के तुरंत बाद एसआई महेंद्र कुमार राम को निलंबित किया. प्राप्त जानकारी के अनुसार थाना क्षेत्र के सिकरी गांव निवासी द्वारा शाहिद अंसारी से नगद 3000 रुपये पासपोर्ट बनवाने के नाम पर लिया गया. जिसको थाने में बैठी दो लड़कियों ने चुपके से अपने मोबाईल में रिकार्ड कर लिया.
वीडियो बनाकर व्हाट्सअप पर वायरल किया गया, जो तमाम ग्रुपों में गुरुवार सुबह से ही चर्चा का विषय बना हुआ था. मामले की जानकारी हजारीबाग एसपी को मिली. जिसे तुरंत संज्ञान में लिया और एसपी द्वारा कार्रवाई करते हुए महेंद्र कुमार राम को निलंबित किया. महेंद्र कुमार को पूर्व में भी घुस लेने के आरोप में एसीबी द्वारा पकड़ा गया था. जिसका मामला कोर्ट में चल रहा है.
महेंद्र कुमार राम आम लोगों को रुपये लेने को लेकर फटकार लगाते थे तथा मोटी रकम की वसूली करते थे. वहीं सूत्र के अनुसार पूर्व थाना प्रभारी सुमन कुमार के निलंबन के बाद से थाना पर एकछत्र राज था तथा महीने में लाखों की वसूली कर रहे थे. उक्त कर्रवाई से ग्रामीण काफी उत्साहित है तथा एसपी को बधाई दी है.
बताते चलें कि इसके पूर्व रुपया घुस के तौर पर लेने को लेकर हजारीबाग एसपी मयूर पटेल द्वारा बड़कागांव थाना प्रभारी सुमन कुमार, उरीमारी एएसआई लुक हासंदा को भी निलंबित कर पुलिसिया व्यवस्था को मजबूत करने का काम किया है.

