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लालू यादव को लेकर फिर हजारीबाग ओपेन जेल चर्चा में
जेल प्रशासन ने कहा, ओपेन जेल में लाये जाने की कोई विभागीय जानकारी नहीं हजारीबाग व आसपास के लोग जानकारी लेने पहुंचने लगे है ओपेन जेल हजारीबाग : हजारीबाग का ओपेन जेल एक बार फिर अचानक चर्चा में आया है. चारा घोटाला मामले में सजा सुनाये जाने के दौरान सीबीआइ जज ने आरोपियों को ओपेन […]
जेल प्रशासन ने कहा, ओपेन जेल में लाये जाने की कोई विभागीय जानकारी नहीं
हजारीबाग व आसपास के लोग जानकारी लेने पहुंचने लगे है ओपेन जेल
हजारीबाग : हजारीबाग का ओपेन जेल एक बार फिर अचानक चर्चा में आया है. चारा घोटाला मामले में सजा सुनाये जाने के दौरान सीबीआइ जज ने आरोपियों को ओपेन जेल में भेजने की टिप्पणी की.
इसके साथ हजारीबाग ओपेन जेल में लालू यादव के भेजे जाने को लेकर चर्चा का बाजार गर्म रहा है. हालांकि जेल प्रशासन ने कहा है कि लालू प्रसाद यादव को ओपेन जेल में लाये जाने की कोई विभागीय जानकारी नहीं मिली है. हजारीबाग व आसपास के लोग इस संबंध में जानकारी लेने ओपेन जेल पहुंचने लगे हैं.
कहां है ओपेन जेल: जेपी केंद्रीय कारा हजारीबाग के निकट वर्ष 2013 मे ओपेन जेल का उद्घाटन तत्कालीन मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने किया था. यह झारखंड का एकमात्र ओपेन जेल सह पुनर्वास कैंप है. उद्घाटन के समय कई सजायाफ्ता कैदियों को रखा गया था. वर्तमान मे 12 सजायफ्ता कैदी इस जेल में रह रहे हैं. इसमें कुछ कैदी अपने परिवार के साथ भी रह रहे है.
10 एकड़ में बना है ओपेन जेल: हजारीबाग में 2005-06 में इस जेल का निर्माण शुरू किया गया था. ओपेन जेल 2011 में बन कर तैयार हो गया था. ओपेन जेल का निर्माण 10 एकड़ भूमि पर बनाया गया है.
जेल के निर्माण में दो करोड़, 96 लाख, 89 हजार, 800 रुपये लगे थे. इस राशि से कैदियों के लिए 100 काॅटेज भी बनाये हैं. प्रत्येक काॅटेज में एक कमरा, एक बरामदा सह किचेन, एक शौचालय व एक आंगन है. पेयजल की सुविधा के लिए 13 चापाकल, छह डीप बोरिंग कराये गये हैं. बिजली के लिए 200 केवीए का ट्रांसफार्मर लगाया गया है. इसके आंतरिक भाग व परिसर में स्ट्रीट लाइट लगायी गयी है. पांच एकड़ भूमि कृषि के लिए खाली रखी गयी है. खाली जमीन पर वर्तमान में कोई कृषि कार्य नहीं किया गया है. ओपेन जेल में एक बड़ा शेड बनाया गया है, जिसमें कोई कार्य नहीं हो रहे है.ओपेन जेल परिसर में सामुदायिक भवन, रसोई घर, गोदाम के निर्माण के लिए प्रस्ताव 2013 में भेजा गया था.
कैदियों को आत्मनिर्भर बनाने की योजना फेल: जेल में रहनेवाले कैदियों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए छोटे उद्योग लगाने की सरकार की योजना थी, जिसमे कुटीर उद्योग, गोपालन समेत अन्य कार्य करने का प्रशिक्षण कैदियों को दिया जाना था. पांच वर्ष बीत जाने के बाद कोई उद्योग नहीं लगाया गया. ओपेन जेल में गोपालन के लिए एक शेड का निर्माण हुआ है, किंतु एक भी गाय नहीं है.
15 किमी के दायरे में काम करने जाने का प्रावधान: ओपेन जेल में रहनेवाले वैसे कैदी, जो विभिन्न प्रकार के कार्यों के जानकार है, वे 15 किमी के दायरे में काम करने के लिए बाहर जा सकते है. इस शर्त के साथ कि काम के बाद वह वापस जेल लौट आयेंगे. इस जेल में रहनेवाले कैदी अपने परिवार के साथ रहेंगे. 18 वर्ष से कम आयु के अपने पुत्र व पुत्रियों को रखने का प्रावधान है.
ओपेन जेल में तैनात जवान: ओपेन जेल में फिलहाल 12 कैदी रह रहे हैं. इसकी सुरक्षा में सात जेल पुलिस, 21 सैप के जवान, 13 होमगार्ड व जिला बल के जवान लगे हैं. चार वाच टावर है, जिससे पूरे ओपेन जेल की निगरानी होती है.
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