विद्यालय में बैठक कर छात्राओं को समझाया गया, काफी मनाने के बाद मानी छात्राएं.
रायडीह. कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय रायडीह में पीटी टीचर कमला कुमारी की कार्यशैली से परेशान होकर छात्राओं ने स्कूल छोड़ने का निर्णय लिया, जिससे विद्यालय प्रबंधन परेशान व अभिभावक चिंतित हैं. प्रतिदिन अभिभावक विद्यालय का चक्कर लगा रहे हैं, वहीं शिक्षा विभाग मौन है. लगातार अभिभावकों द्वारा सूचना मिल रही थी कि छात्राओं के साथ विद्यालय में कार्यरत पीटी टीचर बच्चियों से दुर्व्यवहार कर रही है. इस निमित सोमवार को स्कूल में अभिभावक की मीटिंग हुई, जिसमें जिप सदस्य रश्मि मिंज शामिल हुई. अभिभावक मीटिंग में छात्राओं व अभिभावकों की शिकायत सुनने के बाद प्रखंड प्रशासन, जिला शिक्षा विभाग व उपायुक्त के समक्ष बात रखने का आश्वासन दिया, तब जाकर बच्चियां स्कूल में रूकी. छात्राओं ने पीटी टीचर द्वारा दुर्व्यवहार, अभद्र भाषा का उपयोग करने, बात-बात में मारने पीटने, गरीब कह कर कपड़ा धुलवाने का आरोप लिखित रूप से लगाया है. आवासीय विद्यालय में इस तरह का माहौल बनने से विद्यालय में शिक्षा व्यवस्था खराब हो रही है. शिक्षा विभाग इस पर जल्द से जल्द जांच कर आवश्यक कार्रवाई करें. अभिभावक अपने बच्चों को घर ले जाने के लिए विवश हो रहे हैं. उपप्रमुख दीपक कुजूर ने कहा कि आवासीय विद्यालय में इस तरह का माहौल उत्पन्न होने से शिक्षा व्यवस्था खराब होगी. छात्राओं को मानसिक तनाव होगा. शिक्षा विभाग जल्द से जल्द इस पर ध्यान देकर मामला को सुलझाने का काम करें. जिप सदस्य रश्मि मिंज ने कहा कि अभिभावकों से शिकायत मिली है कि कस्तूरबा स्कूल की छात्राओं से दुर्व्यवहार किया जा रहा है. स्कूल की छात्राओं ने स्कूल छोड़ने की बात कर रही हैं. अभिभावक रंथू लोहरा, नेलशन लकड़ा, जोगेंद्र महली, सुनीता देवी, सविता देवी, प्रसान्नी देवी, पंकज कुजूर, जैलेंद्र उरांव शुक्रवार को स्कूल परिसर पहुंच कर अपने बच्चों को स्कूल से अपने घर लेने के लिए पहुंचे थे. बहुत मनाने के बाद बच्चियां स्कूल में ठहरी हैं. इस संबंध में पीटी टीचर कमला कुमारी ने कहा कि मेरे ऊपर लगाया गया आरोप गलत है. बच्चों को मेरे खिलाफ बरगलाया गया है.
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