गुमला. गुमला जिले की रायडीह पुलिस ने टेंपो चालक प्रसाद साहू की हत्या मामले का उद्भेदन कर लिया है. प्रसाद साहू की हत्या उसकी ही बेटियों के सामने अपराधियों ने कर दी थी. पुलिस ने 72 घंटे के अंदर केस का उद्भेदन करते हुए पीएलएफआइ के पूर्व एरिया कमांडर समेत चार अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है, जिसमें दो महिलाएं शामिल हैं. महिलाओं ने एक लाख रुपये की सुपारी देकर प्रसाद साहू की हत्या करायी थी. गिरफ्तार अभियुक्तों में पीएलएफआइ के पूर्व एरिया कमांडर कसीरा गुमला निवासी मोहन महली, रायडीह के पोगरा निवासी लालधन लोहरा, पोगरा गांव की संतोषी नाग व चाहा बगीचाटोली की ममता कुमारी शामिल हैं. इन लोगों के पास से एक देसी कटटा, दो पीस जिंदा गोली, नगद 13 हजार रुपये बरामद हुए हैं. हत्या में अन्य दो अपराधी भी शामिल हैं, जो फरार है. फरार अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है. एसपी शंभु कुमार सिंह ने बताया कि प्रसाद साहू की हत्या के बाद एक पुलिस टीम का गठन किया गया, जिसका नेतृत्व डीएसपी मुख्यालय वीरेंद्र टोप्पो कर रहे थे. इसमें चैनपुर सर्किल के इंस्पेक्टर महेंद्र कुमार करमाली, रायडीह थाना प्रभारी कुंदन कुमार सिंह, पुअनि सूरज टोप्पो व सैट 11 के जवान थे. पुलिस टीम ने अनुसंधान शुरू किया. अनुसंधान में पता चला कि पुराने विवाद व आपसी रंजीश के कारण प्रसाद साहू की गला रेत कर हत्या की गयी है. पुलिस ने दो महिलाओं संतोषी नाग व ममता कुमारी को पकड़ा, जो रिश्ते में ननद-भाभी हैं. पुलिस ने दोनों महिलाओं से पूछताछ की, तो पता चला कि प्रसाद साहू की हत्या में अन्य चार लोग शामिल थे. महिलाओं की निशानदेही पर पोगरा गांव के लालधन लोहरा को पकड़ा गया. इसके बाद मोहन महली को उसके घर से गिरफ्तार किया गया. जबकि हत्या में शामिल अन्य दो लोग फरार है. एसपी शंभु कुमार सिंह ने बताया कि कुछ दिनों पहले ऑटो में आगजनी की घटना घटी थी. यह ऑटो ममता कुमारी व संतोषी नाग का था. इसमें लालधन लोहरा की भी क्षति हुई थी. इन लोगों को शक था कि प्रसाद साहू ने ही उनके ऑटो को जला दिया है. इसलिए उनके बीच विवाद शुरू हो गया था. बदला लेने के लिए इनलोगों ने प्लान बनाया. इसके लिए लालधन, ममता व संतोषी ने एक लाख रुपये जुगाड़ किया. कुछ सुपारी किलर से संपर्क किया, ताकि प्रसाद साहू की हत्या कर दें. इसके लिए सुपारी किलर मोहन महली व अन्य दो अपराधियों को इन लोगों ने पहले किस्त में 10 हजार रुपये दिये. साथ ही हत्या के बाद 90 हजार रुपये दिये. एसपी ने बताया कि जिस दिन प्रसाद साहू की हत्या हुई. उस दिन ममता व संतोषी ने रेकी की कि प्रसाद साहू कहां जा रहा है. इसके बाद वहां लालधन लोहरा सुपारी किलरों के साथ पोगरा पहुंचा और प्रसाद साहू की हत्या कर दी.
पूर्व में कई घटनाओं को अंजाम दे चुका है मोहन महली
पीएलएफआइ का पूर्व एरिया कमांडर मोहन महली पूर्व में भी कई घटनाओं को अंजाम दे चुका है. उसे पालकोट एरिया का एरिया कमांडर बनाया गया था. परंतु बाद में जेल से छूटने के बाद वह छोटे मोटे क्राइम करते रहता था. वह सुपारी किलर बन गया था. मोहन महली ने बताया कि हमें एक लाख रुपये प्रसाद साहू की हत्या करने के लिए मिला था. घटना के दिन प्रसाद साहू की गला रेत कर हत्या की थी. हत्या के समय उसकी बेटी वहीं पास थी. परंतु उसे कुछ नहीं किया गया. एसपी के अनुसार मोहन महली पर रंगदारी, आगजनी व आर्म्स एक्ट के कई मामले दर्ज हैं.
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