गुमला : नेताजी सुभाषचंद्र बोस की 117वीं जयंती के अवसर पर सरस्वती शिशु मंदिर व विद्यालय मंदिर गुमला के संयुक्त तत्वावधान में विद्यालय सभागार में गुरुवार को कार्यक्रम का आयोजन किया गया. नेताजी के चित्र पर माल्यार्पण के साथ कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ.
आचार्य रण सुमन सिंह ने कहा कि नेताजी की देशभक्ति को भुलाया नहीं जा सकता. उन्होंने नेताजी के बताये मार्ग पर चलने की सीख दी. 23 जनवरी 1897 में उड़ीसा के कटक में जन्मे नेताजी सुभाषचंद्र का बाल्यावस्था भी राष्ट्रभक्ति के मंत्र से ओत प्रोत था. जन्मजात स्वाभिमानी नेताजी बाल्यकाल से ही ब्रिटिश सत्ता के विरोधी थे.
कार्यक्रम में पंचम क के भैया प्रणव चंद्र ने अंगरेजी भाषा में नेताजी के जीवनी पर भाषण दिया. वहीं रानी एवं अंकिता ने मनभावन गीत प्रस्तुत किया तथा स्वर्णा, अनूपमा, संजना व सौरभ ने अपने-अपने विचार प्रकट किये. इस अवसर पर भारतीय जीवन बीमा निगम ने विद्यालय के 10 छात्रों को उनकी प्रतिभा हेतु एलआइसी की ट्रॉफी देकर सम्मानित किया.
गौरतलब हो कि भारतीय जीवन बीमा राष्ट्रीय स्तर पर कंपनी के द्वारा 10 हजार स्कूलों के एक लाख छात्रों को सम्मानित करने का निर्णय लिया है. मौके पर प्रधानाचार्य सुबोध कुमार पांडेय, रणजीत सिंह, एलआइसी के विमल किशोर, एनजी शाहा, भीमनारायण कश्यप, अमृत कुमार मेटे, अशोक मिश्र, राकेश कुमार वर्मा, उदय शर्मा, छोटू साहू, राम प्रताप सिंह, नरेश प्रसाद गुप्ता आदि उपस्थित थे.