दुर्जय पासवान, गुमला
गुमला के खोरा पतराटोली निवासी 45 वर्षीय गोंयो उरांव को मंगलवार पत्थर से बांधकर घंटों रखा गया. गोंयो अर्द्धविक्षिप्त है. वह गांव के लोगों को लाठी लेकर मारने के लिए दौड़ा रहा था. उसने अपनी पत्नी एतवारी देवी की पिटाई करने के बाद घर का सारा सामान बरबाद कर दिया. ग्रामीणों ने जब देखा कि गोंयो की मानसिक स्थिति खराब हो रही है तो उसे पकड़ लिया.
इसके बाद गांव के बीच में गाड़े गये पत्थर में उसे रस्सी से बांध दिया गया. ग्रामीणों के अनुसार करीब दो घंटे तक बांधकर रखा गया था. लेकिन कुछ लोगों ने बताया कि सुबह सात बजे से ही उसने लोगों को परेशान करना शुरू किया था. किसी को मार न डाले. इसलिए ग्रामीणों ने दिन के साढ़े 11 बजे तक उसे बांधे रखा.
अंत में कुछ लोगों के कहने पर गोंयो को 108-एंबुलेंस मंगाकर गुमला सदर अस्पताल ले जाया गया. जहां मानसिक अस्पताल में इलाज कराया गया. लेकिन गोंयो की मानसिक स्थिति को देखते हुए अस्पताल ने उसे रिनपास रांची रेफर कर दिया. पत्नी एतवारी ने बताया कि पहले भी गोंयो इस प्रकार की हरकत कर चुका है. लेकिन कुछ दिन के बाद वह ठीक हो जाता था.
लेकिन इसबार वह गांव के लोगों के जान का दुश्मन बन गया था. इसलिए गांव के लोगों ने मिलकर उसे बड़ी मुश्किल से पकड़ा. इसके बाद रस्सी से बांधकर रखा था. समाज सेवी बालमोहन साहू ने कहा कि अगर समय पर गोंयो को बांधकर नहीं रखा जाता तो वह गांव के कई लोगों को मार देता. क्योंकि वह लोगों को मारने के लिए दौड़ा रहा था.