दुर्जय पासवान, गुमला
पुलिस अपनी उपलब्धियां गिनाकर खुद ही पीठ थपथपाती रहे. लेकिन जो हकीकत है. उसे कोई झुठला नहीं सकता है. गुमला जिले में हुई दुष्कर्म की घटनाएं कुछ यही हकीकत बयां कर रही है. ये वारदात पुलिस की खामियों व सुरक्षा व्यवस्था पर कई सवाल खड़े कर रही है. पुलिस कहती है. हम सुरक्षा दे रहे हैं. बेटियां सुरक्षित हैं. बेटियां बैखौफ घूमें.
जिले के पुलिस सुरक्षा देने का वादा तो करती है. लेकिन पिछले 16 वर्षो की पुलिस रिपोर्ट पर गौर करें तो 827 बहु-बेटियों की इज्जत लूटी गयी है. अगर 16 वर्ष की रिपोर्ट को छोड़ भी दें तो वर्ष 2019 के जनवरी से लेकर जून माह तक की रिपोर्ट देखें तो वह पुलिस की सुरक्षा के दावे को झुठलाने के लिए काफी है. अभी तक 20 से अधिक लड़कियां दुष्कर्म की शिकार हुई हैं.
अगर जून माह की रिपोर्ट देखें तो 10 दिन के अंदर चार लड़कियां दुष्कर्म की शिकार हुई हैं. जबकि एक लड़की की दुष्कर्म के बाद हत्या कर दी गयी. यानि हर तीन चार दिन में एक बेटी की इज्जत तार-तार की जा रही है. सबसे अधिक घाघरा प्रखंड में तीन नाबालिक लड़कियों के साथ अलग-अलग तिथि व घटनाओं में रेप किया गया.
घाघरा व बसिया में दो ऐसी घटनाएं हैं. जिसमें दो नाबालिक गैंगरेप की शिकार हुईं. घाघरा में तीन युवकों ने एक लड़की का रेप किया. जबकि बसिया में पांच युवकों ने लड़की की इज्जत को तार-तार कर दिया. यहां तक कि भरनो प्रखंड में लव जेहाद का भी मामला आया. आरोपी ने नाम व जाति छिपाकर लड़की को पहले फंसाया. इसके बाद सुनसान जगह पर ले जाकर रेप किया.
लगातार गुमला में रेप की घटनाओं से गुमला की बदनामी हो रही है. जिस प्रकार की घटना घट रही है. अब लड़कियां घर से निकलने से डरने लगी हैं. पुलिस कहती है. हर जगह पुलिस की चौकसी है. गश्ती हो रही है. लेकिन अब नजर उठाकर देखे लें. पुलिस की गश्ती उसी समय होती है. जब कोई वीआईपी गुमला का दौरा करता है. ऐसे समय में कुछ जगहों तक ही पुलिस सिमट कर रह गयी है.
ट्रैफिक पुलिस को सिर्फ गुमला शहर के टावर चौक व पटेल चौक पर देखा जा सकता है. जबकि पुलिस ने शहर की सुरक्षा के लिए पुलिस बीट तो गांवों की सुरक्षा के लिए कई स्थानों पर पुलिस पिकेट की स्थापना की है. इसके बावजूद सुरक्षा का कहीं कोई गारंटी नहीं है. जबकि पुलिस अधिकारी ये कहते नहीं थकते कि पुलिस जनता की सुरक्षा में है. वहीं अगर हम 16 सालों के रेप की घटना पर नजर डाले तो 827 रेप की घटनाओं में प्राथमिकी दर्ज की गयी है.
जून माह में घटी बड़ी रेप की घटनाएं
1 : अलबर्ट एक्का जारी प्रखंड में शादी समारोह में आयी एक बच्ची को अगवा कर उसके साथ रेप किया गया. इसके बाद साक्ष्य मिटाने के लिए उसकी निर्मम हत्या कर दी गयी. पुलिस अभी तक आरोपियों को पकड़ नहीं पायी है.
2 : गुमला के गढ़टोली गांव में गर्मी छुट्टी मनाने आयी नाबालिक छात्रा के साथ दो युवकों ने दुष्कर्म किया. बाद में केस करने पर वे युवक पीड़ित परिवार को धमकी देने लगे. आरोपी अभी तक फरार हैं.
3 : सिसई प्रखंड में एक शादी समारोह से अगवा कर पांच युवकों पे नाबालिक से दुष्कर्म किया. इसमें तीन युवकों को ग्रामीणों ने पकड़कर पीटा फिर पुलिस को सौंप दिया. दो युवक अभी भी फरार हैं.
गुमला एसपी की सुनिए
गुमला एसपी अंजनी कुमार झा ने कहा कि शादी समारोह में अधिकांश रेप की घटनाएं घट रही हैं. इसका मुख्य कारण शादी समारोह के बाद रात को नाच गाने का चलना है. इसी दौरान कुछ लोगों की नीयत खराब होने पर इस प्रकार की घटना घट रही है. मेरा लोगों से अपील है कि शादी समारोह में खुशियां मनायें. लेकिन रातभर नाचने गाने की परंपरा को थोड़ा सीमित करें. साथ ही मां-बाप अपनी बेटियों की सुरक्षा का ख्याल रखें. क्योंकि हर शादी समारोह में पुलिस सुरक्षा नहीं दे सकती. हां, अगर घटना घटती है तो पुलिस कार्रवाई कर रही है. इसमें कई मामले में आरोपियों को कोर्ट से सजा भी मिली है.
हर साल बढ़ती गयी रेप की घटना
वर्ष – रेप के दर्ज केस
2003 – 31
2004 – 40
2005 – 45
2006 – 55
2007 – 60
2008 – 38
2009 – 38
2010 – 48
2011 – 46
2012 – 36
2013 – 59
2014 – 67
2015 – 56
2016 – 55
2017 – 75
2018 – 78
—————–
टोटल – 827