दुर्जय पासवान
गुमला : पुलिस ने गुज्जू गोप को पकड़कर मार डाला. यह मुठभेड़ नहीं था. 10 लाख रुपये के इनामी नक्सली गुज्जू गोप की पत्नी संगीता देवी उर्फ सविता ने रविवार को गुमला जिला के कमाडारा में हुई मुठभेड़ पर सवाल उठाते हुए सोमवार को यह बात कही.
गुज्जू, भउवा और विष्णु के पुलिस के साथ मुठभेड़ में मारे जाने की सूचना पर संगीता गुमला सदर अस्पताल पहुंची. पति के शव को देखते ही वह रो पड़ी. उसने मुठभेड़ पर सवाल खड़ा करते हुए कहा कि कोई मुठभेड़ नहीं हुई है. उसके पति को पुलिस ने पकड़कर मार डाला है.
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संगीता ने कहा कि पुलिस ने मुठभेड़ का समय रविवार की सुबह छह बजे बताया है. जब मैंने रात को पति के शव देखा, तो उसका खून तेजी से टपक रहा था. इससे स्पष्ट है कि उसे पकड़कर मारा गया है. गोली उसके सिर में लगी है. यह बताता है कि उसे पकड़कर मार गया है. मेरा पति मुठभेड़ में नहीं मरा.
मानवाधिकार आयोग में जायेगी संगीता
संगीता ने कहा कि वह इस मुठभेड़ के खिलाफ मानवाधिकार में शिकायत करेगी. संगीता ने बताया कि उसने गुज्जू से कई बार सरेंडर करने के लिए कहा. परिवार के अन्य सदस्य भी उसे मना रहे थे. इससे पहले कि परिवार उसे सरेंडर के लिए तैयार कर पाता, पुलिस ने उसे मार डाला.
गुज्जू की पत्नी ने कहा कि वह भी गुज्जू के कारण छह माह जेल में रह चुकी है. अभी जमानत पर बाहर है. पति के उग्रवादी बनने के कारण उसकी नर्स की नौकरी चली गयी. यहां तक कि गुज्जू का ससुर कामडारा निवासी बीनू गोप भी आज जेल में बंद है.
भउवा के परिजन का अस्पताल को इंतजार
यहां बताना प्रासंगिक होगा कि रविवार की सुबह कोबरा 209 बटालियन व पीपुल्स लिबरेशन फ्रंट ऑफ इंडिया (PLFI) के बीच हुई मुठभेड़ में जोनल कमांडर गुज्जू गोप, विष्णु व भउवा को सुरक्षा बलों ने मार गिराया था. पुलिस के अनुसार, गुप्त सूचना पर की गयी कार्रवाई में आतंक का पर्याय बन चुका गुज्जू गोप अपने दो साथियों के साथ मारा गया था. इधर, सोमवार दोपहर तक गुज्जू व विष्णु के परिजन अस्पताल पहुंच चुके थे. भउवा के परिजन का आने का इंतजार हो रहा है.