दुर्जय पासवान, गुमला
गुमला जिले के कामडारा थाना अंतर्गत बनटोली व आमटोली जंगल के बीच में पीएलएफआई के सुप्रीमो दिनेश गोप के दस्ते के साथ हुए भीषण मुठभेड़ में कोबरा 209 बटालियन, गुमला व खूंटी जिला की पुलिस ने तीन हार्डकोर उग्रवादियों को मार गिराया है. तीनों उग्रवादी की पहचान हो गयी है. एक उग्रवादी गुज्जू गोप है, जो 10 लाख का इनामी है. जबकि दो अन्य उग्रवादी भउवा व विष्णु हैं. जो संगठन में हार्डकोर व शूटर के रूप में जाने जाते हैं.
इन तीनों उग्रवादियों की पहचान गुज्जू गोप की पत्नी सविता देवी ने रात पौने नौ बजे अस्पताल पहुंचकर की है. पुलिस की गोली से एक उग्रवादी के पैर में गोली लगी है. लेकिन वह जंगल में कहीं छिपा हुआ है. जबकि दिनेश गोप सहित पांच से छह उग्रवादी घने जंगल का फायदा उठाकर अमटोली गांव की ओर भागे हैं. पुलिस इन उग्रवादियों की तलाश में सर्च ऑपरेशन चला रही है.
मुठभेड़ के बाद पुलिस ने जंगल से भारी मात्रा में हथियार, गोली, मोबाइल, चार्जर, सिम कार्ड व एक लाख रुपये से अधिक की नकद राशि बरामद किये हैं. मुठभेड़ रविवार की सुबह साढ़े पांच से छह बजे के बीच हुई है. एक घंटे तक उग्रवादी व पुलिस आमने सामने थे. इसमें एक दो से अधिक चक्र गोली चली है. मुठभेड़ के बाद दोपहर में तीनों उग्रवादियों के शव को जंगल से निकाला गया और पोस्टमार्टम के लिए गुमला सदर अस्पताल भेज दिया गया.
बरामद हथियार, नकद व सामग्री
मुठभेड़ स्थल से पुलिस ने दो पीस एके-47, दो पीस 315 राइफल, एक पीस विदेशी पिस्तौल, एक पीस नाइन एमएम का पिस्तौल, एक पीस 315 का देशी कटटा, 100 से अधिक गोली, एक लाख रुपये से अधिक की नकद राशि, दो वायरलेस सेट, चार्जर, दो पीस बिजली बोर्ड, विभिन्न कंपनी के 50 पीस मोबाइल, दर्जनों सिम कार्ड के पैकेट सहित अन्य सामग्री बरामद हुआ है.
कोबरा की पांच टीम और गुमला व खूंटी की पुलिस टीम थी
उग्रवादी से मुठभेड़ में पहली बार गुमला जिले में एक बड़ी टीम का इस्तेमाल किया गया है. कोबरा 209 बटालियन की पांच टीम थी. इसके अलावा खूंटी जिला के तोरपा, गुमला जिला के कामडारा व कुरकुरा थाना की पुलिस टीम थी. अभियान में कोबरा के डिप्टी कमांडेंट संजीत, रोहित, विनित, सत्येंद्र, बसिया अनुमंडल के एसडीपीओ दीपक कुमार, कुरकुरा थानेदार सदानंद सिंह, खूंटी के एएसपी अनुराम, तोरपा के एसडीपीओ रिसभ झा थे. इस पूरी टीम का नेतृत्व एएसपी अनुराग कर रहे थे.
रात 12 बजे घेराबंदी की, सुबह मुठभेड़ हुई
डीआईजी एवी होमकर ने कहा कि गुमला व खूंटी एसपी को गुप्त सूचना मिली थी कि बनटोली जंगल में पीएलएफआई के सुप्रीमो दिनेश गोप का दस्ता रूका हुआ है. इस सूचना पर शनिवार की रात को तुरंत टीम का गठन किया गया. रात 12 बजे पुलिस टीम उग्रवादियों को घेरने निकली. जिस स्थान पर उग्रवादी जमे थे. उस स्थान की घेराबंदी की गयी. जैसे ही रविवार की सुबह को कुछ उजाला हुआ. पुलिस को देख उग्रवादी गोली चलाने लगे. जवाबी कार्रवाई में पीएलएफआई के तीन शीर्ष नेता मारे गये. एक को गोली लगी है. घायल उग्रवादी जंगल में छिपा हुआ है. जिसकी तलाश की जा रही है.