दुर्जय पासवान, गुमला
वन विभाग से मिली सूचना के अनुसार गुमला जिला के पालकोट प्रखंड में 12 व बसिया प्रखंड के जंगल व पहाड़ों में तीन हाथी घूम रहे हैं. पालकोट प्रखंड में घुसे हाथी अभी डोंबाबीरा जंगल में शरण लिये हुए हैं. जबतक हाथियों के लिए यहां भोजन है. हाथी वहीं रहेंगे. लेकिन भोजन की तलाश में हाथी कभी भी किसी गांव में घुस सकते हैं. वहीं बसिया प्रखंड के निनई जंगल में तीन हाथी डेरा डाले हुए हैं.
निनई जंगल के आसपास के गांव के लोगों से अपील की गयी है कि हाथियों से कोई छेड़छाड़ न करें. नहीं तो अगर हाथी उग्र हुए तो लोगों को नुकसान पहुंचा सकते हैं. वन विभाग की माने तो हाथी कुछ दिनों तक रहने के बाद पुन: अपने वास्तविक ठिकानों की ओर चले जायेंगे. इसके बाद किसी को कोई नुकसान नहीं होगा.
झारखंड के गुमला जिले में घुसा हाथियों का झुंड, दहशत में लोग, देखें VIDEO pic.twitter.com/6aKOfySUBI
— Prabhat Khabar (@prabhatkhabar) December 1, 2017
बसिया में हर साल घुसते हैं हाथी
वन विभाग के गार्ड प्रमोद केरकेट्टा ने बताया कि पालकोट में घुसे 12 हाथी पहले सिमडेगा जिले में थे. इसके बाद ये हाथी बिलिंगबीरा में घुसे. फिर घूमते हुए डोंबाबीरा गांव के जंगल व पहाड़ों के बीच अभी आश्रय लिये हुए हैं. सूचना यह है कि बसिया के निनई में जो तीन हाथी जंगल में रूके हुए है. वे हाथी अपने अन्य हथियों के झुंड से बिछड़ कर यहां पहुंचे हैं.
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निनई जंगल ठीक नदी के किनारे हैं. इस कारण हाथियों को यहां भोजन के साथ पीने के लिए पानी भी मिल जाता है. इसलिए हर साल ठंडा के मौसम में हाथी निनई जंगल में आते हैं. पालकोट के डोंबाबीरा व बिलिंगबीरा में भी हर साल हाथी घुसते हैं. इसके बाद ये हाथी गुमला के अन्य प्रखंडों में भी भ्रमण करते रहते हैं. इस दौरान रास्ता में जो खेत, खलिहान मिलता है. उसे रौंदते हैं.