गुमला. जिला यक्ष्मा पदाधिकारी डॉ कृष्णकांत मिश्रा ने शुक्रवार को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भरनो का औचक निरीक्षण किया. निरीक्षण के दौरान उन्होंने टीबी तथा कुष्ठ उन्मूलन से संबंधित सभी कार्यों की समीक्षा कर कर्मियों को दिशा-निर्देश दिये. डॉ मिश्रा ने टीबी मुक्त भारत अभियान 2025 तथा टीबी मुक्त पंचायत अभियान के तहत भरनो प्रखंड में संचालित गतिविधियों की जानकारी प्राप्त की. विशेष रूप से उन पंचायतों की प्रगति पर बल दिये, जो अभी तक निर्धारित लक्ष्य की पूर्ति नहीं कर पाये हैं. संबंधित अधिकारियों से त्वरित कार्यवाही सुनिश्चित करने को कहा. निरीक्षण के दौरान उपस्थित चिकित्सा पदाधिकारी व कर्मियों में चिकित्सा पदाधिकारी डॉ दुर्गेश, बीपीएम रवींद्र कुमार, ब्लॉक अकाउंट मैनेजर जावेद हसन, डीडीएम सबिया मिंज, एसटीएस युगल किशोर साहू, संगणक फहीम चौधरी, डेटा एंट्री ऑपरेटर मनीष सिंह एवं टीपू सुल्तान तथा सहिया बीटीटी सोमेश्वर सिंह शामिल थे. डीटीओ ने बताया कि भरनो प्रखंड के सुपा, डुंबो, दक्षिणी भरनो, तुरीअंबा, मारासिल्ली, डोंबा और डुड़िया पंचायतों को वर्ष 2025 में टीबी मुक्त बनाने की पूरी संभावना है. कुछ महत्वपूर्ण सूचकों की प्राप्ति होते ही ये सभी पंचायत टीबी फ्री घोषित किये जा सकते हैं. उन्होंने सभी सीएचओ, सहिया बहनों तथा स्वास्थ्य कर्मियों से सामूहिक प्रयास कर लक्ष्य प्राप्त करने का आग्रह किया. निरीक्षण में पाया गया कि सभी कर्मचारी निक्षय पोर्टल में एनरोलमेंट इंट्री के लिए सक्रिय रूप से कार्यरत थे तथा डेटा ऑपरेटर निरंतर एनरोलमेंट अपडेट कर रहे थे. भरनो में डॉ मिश्रा ने चिकित्सा पदाधिकारी डॉ दुर्गेश एवं प्रखंड कार्यक्रम प्रबंधक रविंद्र कुमार को निर्देशित किया कि एनरोलमेंट इंट्री तीन दिनों के अंदर हर हाल में पूरा करें. बीपीएम रवींद्र कुमार ने बताया कि सभी सीएचओ सक्रिय रूप से एनरोलमेंट कार्य कर रहे हैं. साथ ही प्रखंड के डेटा ऑपरेटर को भी इस कार्य में लगाया गया है. एनरोलमेंट के बाद संभावित मरीजों के बलगम नमूने लैब भेजे जायेंगे तथा उनकी रिपोर्ट भी निक्षय पोर्टल में समय पर अद्यतन की जायेगी. उन्होंने कहा कि भरनो प्रखंड को टीबी मुक्त प्रखंड बनाना है.
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