नगर पंचायत महागामा के वार्ड नंबर एक महुवारा गांव के लोग मूलभूत सुविधाओं से महरूम है, जिसका सुध लेने वाला कोई नहीं है. महुवारा में लगे तीन में से दो चापाकल खराब रहने के कारण लोगों को पेयजल की समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. वहीं आधे गांव में सड़क नहीं रहने के कारण लोगों को आवागमन की समस्या झेलनी पड़ रही है. महुवारा गांव में लगभग 100 घर हैं, जहां गांव की गली में लाइट की व्यवस्था नहीं की गयी है. गांव की रीना देवी, संगीता देवी, चना देवी, रमेश सिंह ने बताया कि उन लोगों को आज तक आवास योजना का लाभ नहीं मिल पाया है. वृद्ध महिला विमली देवी, मीना देवी ने बताया कि कई बार सरकार आपके द्वार शिविर में आवेदन जमा करने के बावजूद सामाजिक सुरक्षा योजना का लाभ नहीं मिल पाया है.
दो बार आवेदन देने के बावजूद नहीं मिला पेंशन योजना का लाभ
वृद्ध अर्जुन राय ने बताया कि मेहनत मजदूरी करके जीवन यापन करते हैं, लेकिन दो बार आवेदन भरने के बावजूद पेंशन योजना का लाभ नहीं मिल पाया है. वृद्ध प्रेमलाल मांझी ने बताया कि दशहरा के बाद से पेंशन नही मिल पाया है, जिससे जीवन यापन करने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. लाखों देवी, बसंती देवी ने बताया कि मोहल्ले में लगा चापाकल तीन महीने से खराब है. इसके कारण महुवारा दुर्गा मंदिर के बगल स्थित चापाकल से काफी दूरी तय कर रोजाना पानी लाकर घरेलू जरूरतों को पूरा कर रहे हैं. ग्रामीणों ने महुवारा गांव में पेयजल समस्या के निदान को लेकर जलमीनार बनाने की मांग की है.होल्डिंग टैक्स देने के बावजूद भी नहीं मिल रही मूलभूत सुविधा
ग्रामीणों ने कहा कि नगर पंचायत बनने के बाद से गांव के लोग सिर्फ होल्डिंग टैक्स देने का काम कर रहे हैं, लेकिन आज तक मूलभूत सुविधाएं भी नहीं मिल पाई है. गांव के बीचों-बीच दो साल पूर्व पीसीसी सड़क के बीच में नाला बनाकर छोड़ दिया गया हैॉ, जहां पूरे नाला के ऊपर ढक्कन नहीं लगाया गया है. जिसके कारण रात के अंधेरे में और बरसात में अक्सर लोग गिरकर दुर्घटना का शिकार होते रहते है. गांव के अंदर तक चारपहिया वाहन भी नही पहुंच पाता है. मरीज को टांग कर मुख्य सड़क तक ले जाना पड़ता है. फॉगिंग नहीं होने से मच्छरों का प्रकोप भी बढ़ गया है.
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