बोआरीजोर वन क्षेत्र के आधा दर्जन गांवों में वन विभाग द्वारा करोड़ों रुपये की लागत से चेक डैम बनाया जा रहा है. चेक डैम निर्माण में घटिया बालू एवं घाटिया पत्थर का इस्तेमाल किया जा रहा है. गांव के नाले से ही बालू निकालकर लगाया जाता है एवं पहाड़ी क्षेत्र से मजदूर के द्वारा पत्थर चुनकर चेक डैम में लगाया जा रहा है. ग्रामीण मनोज मालतो, राजेश सोरेन, संदीप मुर्मू, साहब राम सोरेन ने बताया कि विभाग द्वारा जंगली जानवर के पानी पीने एवं ग्रामीणों के पानी की सुविधा के लिए चेक डैम बनाया जा रहा है. लेकिन चेक डैम बनते ही टूट कर बिखर जाता है. प्रत्येक वर्ष विभाग वन क्षेत्र में कार्य करती है. लेकिन सभी कार्य घटिया होता है. वन विभाग के कार्य विभाग द्वारा संपन्न कराकर राशि उठायी जाती है. दूसरी तरफ विभाग की लापरवाही से क्षेत्र में लकड़ी माफिया का हौसला बुलंद रहता है. जंगलों की कटाई खुलेआम की जाती है. खानापूर्ति को लेकर विभाग छापेमारी करती है. छापेमारी के तुरंत बाद लकड़ी तस्कर अपने कार्य मे दोबारा दोगुनी ताकत से सक्रिय हो जाते हैं. रेंजर संजय कुमार ने बताया कि लकड़ी तस्कर पर कठोर कार्रवाई होगी और चेक डैम की भी जांच की जायेगी.
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