ब्लास्टिंग से गिर रहे विस्थापितों के घर
गोड्डा : आंदोलन पर आंदोलन के बावजूद राजमहल परियोजना इसीएल कोयलांचल क्षेत्र के विस्थापितों की समस्या का हल नहीं निकाला जा सका. विस्थापितों का कहना है कि ईसीएल द्वारा हर बार सिर्फ आश्वासनों का घूंट पिला दिया जाता है. विधायक लोबीन हेंब्रम ने भी विस्थापितों की समस्या गंभीरता जतायी थी.
लेकिन समय के साथ यह मामला ठंडा पड़ गया. आल यह है कि समस्या वहीं की वहीं खड़ी है. बुधवार को कोयला मंत्री आ रहे हैं. विस्थापित आशान्वित हैं कि उनकी समस्याओं का हल निकाला जा सकेगा. पीड़ित उम्मीदों पर टकटकी लगाये हैं.
कई बार हुआ आंदोलन
इसीएल क्षेत्र में बसे भादो टोला, भोड़ाय, लोहंडिया बाजार, लोहंडिया बसती, भोड़ाय अभिटोला, डहरटोला, छोटा भोड़ाय गांव के लोग विस्थापितों की श्रेणी में हैं. इन गांवों के ग्रामीणों ने दर्जनों बार आंदोलन किया लेकिन नतीजा वही ढाक के तीन पात. उपमुखिया आशुतोष कुमार, पंसस अरूणा देवी, ग्रामीण नासिर अंसारी, अकलु ठाकुर ने बताया कि इसीएल उनकी समस्या पर ध्यान नहीं दे रही.
नहीं मिला पेयजल
प्रभावित परिवारों के पीने के पानी मुहैया कराने में प्रबंधन नाकाम है. हर दिन सुबह व शाम पानी की व्यवस्था की जाने के बावजूद भाोड़ाय साइट गांव में सप्ताह में दो तीन टैंकरपानी आपूर्ति कर रही है.