गोड्डा: सदर प्रखंड के कुरमीचक पंचायत की मुखिया ज्योति कुमार के पति अनंत रामदास की पुलिस ने पिटाई कर दी. पुलिस ने मुखिया केपति पर ग्रामीणों को उकसा कर पंचायत पर्यवेक्षक ओमप्रकाश भारती को बंधक बनाने का आरोप लगाया है.
पुलिस की पिटाई से अनंत रामदास को चोट आयी है. उनका इलाज प्राइवेट अस्पताल में चल रहा है. मुखिया के पति ने एसडीओ गोरांग महतो पर आरोप लगाया कि आवास पर बुला कर पहले से बैठे अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी राजेश कुमार ने उनके साथ मारपीट की. वहीं एसडीओ पर बुरा बरताव का आरोप लगाया है. श्री रामदास ने बताया कि एसडीओ से बचाव की गुहार लगाने पर केस में फंसाने की बात कही गयी.
कर्मचारी संगठनों ने की निंदा, बैठक कर ममाले में जताया विरोध
कर्मचारी संगठनों ने श्री राम दास के साथ हुई घटना की निंदा की है. कर्मचारी संगठन के लोगों का कहना है कि प्रशासन का रवैया हैरान करने वाला है. कर्मी को वरीय प्रशासनिक पदाधिकारी के सामने पीटा जाता है. यह खेद जनक है.
कर्मचारी संगठनों ने मामले की जांच की मांग की है. उनका कहना है कि कर्मी पर आरोप है तो विभागीय कार्रवाई होनी चाहिए थी. पुलिस पदाधिकारी व एसडीओ पर इस तरह के व्यवहार पर निंदा प्रस्ताव पारित किया गया. बैठक में अराजपत्रित कर्मचारी संगठन एवं अनुसचिवीय कर्मचारी संगठनों के नेता व सदस्य शामिल थे.
क्या है पूरा मामला
15 जुलाई को जिले भर में अनाज वितरण का कार्यक्रम था. पंचायत पर्यवेक्षक के रूप मे सदर प्रखंड के रोजगार सेवक ओमप्रकाश भारती को कुर्मीचक पंचायत भेजा गया. अनाज वितरण कार्यक्रम से पहले ग्रामीणों ने रोजगार सेवक ओमप्रकाश को बंधक बना लिया. पुलिस ने रात के नौ बजे रोजगार सेवक को मुक्त कराया. ग्रामीण गत दिन हुए गांव के बाबूलाल पंडित के दुर्घटना में मौत के आरोपित को पकड़ने व मुआवजा की मांग कर रहे थे. ग्रामीणों का आरोप था कि पुलिस प्रशासन ने मामले में कोई कार्रवाई की. कर्मी को बंधक बना कर वरीय पदाधिकारी पर दबाव बनाने का काम किया जा रहा था.सूत्रों की माने तो ठीक दो दिन पहले भी नगर थाना इंस्पेक्टर एवं मुफस्सिल थाना की पुलिस को ग्रामीणों को उकसा कर बंधक जाये जाने का आरोप मुखिया के पति अनंत रामदास पर है. मुखिया पति गांव में ग्रामीणों को उकसाने का काम कर रहे हैं. इसी मामले को लेकर प्रशासन द्वारा मुखिया पति पर सख्ती बरती गयी है.
‘‘ मुङो इस मामले की जानकारी नहीं है.किसी भी कर्मी के साथ मारपीट की कोई घटना नहीं हुई है. बेवजह मामले को तूल दिया जा रहा है.’’
-राजेश कुमार, एसडीपीओ
‘‘ मैं किसी को अपने आवास पर नहीं बुलाता हूं. मामले के संबंध में कोई जानकारी नहीं है. मेरे ऊपर निराधार आरोप लगाया जा रहा है.’’
-गोरांग महतो, एसडीओ