गोड्डा : सुंदरपहाड़ी प्रखंड के चंदना पंचायत अंतर्गत मोनाडीह गांव में एक आदिवासी गर्भवती नमीता हेंब्रम को अस्पताल लाने में देरी होने व अस्पताल में कायदे से इलाज नहीं होने के कारण जन्में दो नवजात की मौत हो गयी. जबकि एक जीवित है.
नमीता ने तीन बच्चों को जन्म दिया था. परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन और ममता वाहन की व्यवस्था पर करारा आरोप लगाया है. कहना है कि नमीता प्रसव पीड़ा से तड़पती रही लेकिन इलाज करने से महिला चिकित्सक ने साफ मना कर दिया. कहा सीरियस केस है गोड्डा सदर अस्पताल ले जाओ यहां संभलने वाला नहीं है. रात बारह बजे सदर अस्पताल में भरती कराया गया जहां दो बच्चों को जन्म दिया लेकिन इन दोनों बच्चों ने सुबह पौ फटते ही दम तोड़ दिया.