गोड्डा : नगर पंचायत कार्यालय से सटे सरकारी बस पड़ाव को अब साफ सुथरा किया जा रहा है. पहले इस जमीन पर ही पूरे शहर का कचरा फेंका जा रहा था. कचरे के कारण ही सरकारी बस स्टैंड कुड़ों के ढेर में तब्दील हो गया था. अब नगर पंचायत द्वारा कचरों को उठाकर अन्यत्र स्थानांतरित किया जा रहा है. इसके पीछे नगर पंचायत की मंशा यह है कि इस जमीन को साफ सुथरा कर अस्थायी तौर पर दुकानदारों को दिया जायेगा, जो फुटपाथ पर अपनी रोजी रोटी चला रहे हैं.
मूलत: यह जमीन नगर पंचायत की नहीं होकर परिवहन विभाग की है. हाल के कुछ महीनों में नगर पंचायत द्वारा इस जमीन पर अपना दावा ठोंक दिया गया है. पहले परिवहन विभाग की यह जमीन थी. पुराने बसों के अवशेष अभी भी सरकारी बस स्टैंड में पड़े हैं. अब सवाल यह है कि बगैर एनओसी लिए कैसे नगर पंचायत द्वारा सरकारी बस डीपो की जमीन को हथिया लिया गया है. क्योंकि यहां सरकारी पेयजलापूर्ति के लिये टैंका भी निर्माण किया जा रहा है. ऐसे में बगैर एनओसी लिए निर्माण उचित प्रतीत नही होता हेै.