यह तो हद है. बिरनी प्रखंड की बाराडीह पंचायत में टंकी लगने के बाद भी लोगों को नहीं मिल रहा पानी
बिरनी प्रखंड की बाराडीह पंचायत में हर घर नल-जल योजना के तहत 11 करोड़ 29 लाख रुपये की लागत से दो वर्ष पूर्व पानी टंकी बनी थी. बार-बार ग्रामीणों को मांग के बावजूद आज तक टंकी से जलापूर्ति शुरू नहीं हुई. जलापूर्ति शुरू नहीं होने पर रविवार को ग्रामीणों का गुस्सा फूट फड़ा और वह बराडीह के नावाघाट पानी टंकी के समीप अनिश्चितकालीन धरना पर बैठ गये. सनद रहे कि ग्रामीणों ने उपायुक्त से मिलकर आवेदन देकर इसकी शिकायत की थी. साथ ही जलापूर्ति शुरू नहीं होने पर आंदोलन का अल्टीमेटम दिया था. इसके बाद पहल नहीं होने पर बाराडीह व मंझलाडीह पंचायत के ग्रामीणों ने यह कदम उठाया. धरना से पहले ग्रामीण बाराडीह चौक से विभाग के खिलाफ प्रदर्शन किया.जैसे-तैसे पूरी की गयी योजनाआजसू नेता बबलू यादव व अशोक कुशवाहा ने कहा कि करोड़ों रुपये खर्च कर भारत सरकार ने बाराडीह में टंकी का निर्माण कराया. इसका उद्देश्य हर घर को पीने को शुद्ध जल उपलब्ध कराना था. लेकिन, संवेदक जैसे-तैसे टंकी निर्माण का कार्य चला गया. इसका परिणाम यह है कि कई गांव-टोले में पाइपलाइन भी नहीं बिछायी गयी है. जहां पाइप बिछायी गयी, वहां पानी चढ़ता ही नहीं है. इतना ही नहीं विभागीय अधिकारियों द्वारा तरह तरह की बातें बताकर दो वर्षो से पानी की जलापूर्ति बंद रखी गयी है. गांव-टोले में अभी से पानी की समस्या शुरू हो गयी है. गर्मी में पंचायत में पानी के लिए हाहाकार मचेगा. कहा कि 13 फरवरी को उपायुक्त से मिलकर लिखित शिकायत की थी, लेकिन अभी तक कोई पहल नहीं हुई. बाध्य होकर अनिश्चितकालीन धरना पर बैठना पड़ा है. कहा कि जब तक पानी की सप्लाई शुरू नहीं होगी धरना जारी रहेगा. धरना में प्रकाश ठाकुर, राजू विश्वकर्मा, दिवाकर राउत, गोबिंद यादव, संतोष दास, प्रवीण वर्मा, भोला राणा, राजू यादव, लखन साव समेत काफी संख्या में लोग शामिल थे.जांच रिपोर्ट वरीय अधिकारी को सौंपी गयी है : जेईविभाग के कनीय अभियंता अजय रजवार ने कहा कि जांच रिपोर्ट वरीय अधिकारी को सौंपी गयी है. उनका अभी तक कोई निर्देश नहीं मिला है. उनके निर्देश का वह पालन करेंगे.
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