पूछने पर युवक ने अपने गांव का नाम बगड़ो बताया. इसके बाद बगड़ो के मुखिया को युवक की फोटो भेजकर पहचान करायी गयी. मुखिया द्वारा दिये गये मोबाइल नंबर पर युवक के परिजन को सूचित किया गया. इसके बाद उसकी मां चिंता देवी रेसुब पोस्ट हजारीबाग रोड पर आई बेटे की पहचान की. इसके बाद सुपुर्दगीनामा बनाकर युवक को उसके परिजन को सुपुर्द किया गया. परिजनों ने आरपीएफ के इस कार्य के लिए रेसुब को धन्यवाद दिया.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है