मंदिर का पट खुलते ही हर हर शंभू, हर हर महादेव की पवित्र ध्वनि गूंजती रही. अक्षय तृतीया के शुभ मुहूर्त में मुंडन अनुष्ठान, जागरण, यज्ञोपवीत जैसे पवित्र कार्य शाम के चार बजे तक हुए. इसके लिए दूर-दूर से लोग झारखंडधाम पहुंचे थे. इस अवसर पर दर्जनों वर वधू बाबा मंदिर प्रांगण में दांपत्य सूत्र में बंधे. उनलोगों ने भगवान भोलेनाथ से आशीर्वाद ग्रहण किया. विवाह रस्म संपन्न कराने के लिए गिरिडीह, धनबाद, कोडरमा व बोकारो से लोग पहुंचे थे. इससे दिनभर यहां मेला सा नजारा बना रहा. विवाह में पहुंचे लोग बाबा मंदिर के आसपास छोटे बड़े धर्मशाला आदि जगहों पर ठहरे हुए थे.
महावीर मंदिर में भी हुईं शादियां
भीड़ की वजह से मंदिर के समीप इक्यावन फीट के बने महावीर मंदिर के समक्ष भोलेनाथ व माता पार्वती को साक्षी मानकर शादियां रचायी गयीं. बाबा मंदिर क्षेत्र में होनेवाली शादियाें में शामिल वर वधू का जीवन सुखद होता है. इसमें लोग पहुंचकर हर तरह के शुभ कार्य करते हैं.कार्यक्रम को सफल बनाने में इनकी रही भूमिका
कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए विश्व हिंदू परिषद के प्रखंड महामंत्री सुभाष पंडा, नरेश पंडा, नंदकिशोर पंडा, मोती पंडा, प्रवीण पंडा, सुनील पंडा, अभिषेक पंडा, कारूं पंडा, मुखिया आशुतोष कुशवाहा, प्रकाश पंडा, दिलीप पांडेय, निधि पंडा, सुजीत पंडा सहित कई ने परशुराम जयंती के शुभ अवसर पर उन्हें याद किया गया तथा धूमधाम से पूजा अर्चना की गयी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है