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योजनाओं से वंचित हैं 11 पंचायत
परेशानी. एनओसी नहीं मिलने से गरीबों को नहीं मिल रहा सरकारी सुविधाओं का लाभ -मनरेगा, पंचायत सचिवालय भवन इंदिरा आवास से वंचित हैं कई पंचायतों के लोग अमरनाथ सिन्हा गिरिडीह : एक तरफ राज्य के ग्रामीण इलाकों के विकास के लिये सरकार पंचायतों में योजना बनाओ अभियान चला रही है. मुख्यमंत्री रघुवर दास भी योजना […]
परेशानी. एनओसी नहीं मिलने से गरीबों को नहीं मिल रहा सरकारी सुविधाओं का लाभ
-मनरेगा, पंचायत सचिवालय भवन इंदिरा आवास से वंचित हैं कई पंचायतों के लोग
अमरनाथ सिन्हा
गिरिडीह : एक तरफ राज्य के ग्रामीण इलाकों के विकास के लिये सरकार पंचायतों में योजना बनाओ अभियान चला रही है. मुख्यमंत्री रघुवर दास भी योजना बनाओ अभियान को लेकर 24 को जिला में पहुंच रहे हैं.
वहीं जिले के गिरिडीह प्रखंड की 11 पंचायतों में योजनाओं का क्रियान्वयन नहीं हो पा रहा है. गरीबों को इंदिरा आवास का लाभ नहीं मिल पा रहा है तो कई पंचायतों में सचिवालय भवन भी नहीं बन पा रहा है. मनरेगा जैसी योजनाओं का भी काम नहीं हो रहा है. यह समस्या सीसीएल की ओर से जमीन के लिये अनापत्ति प्रमाण पत्र (एनओसी) नहीं देने के कारण उत्पन्न हो रही है.
सीसीएल की जमीन पर स्थित हैं कई पंचायत : सदर प्रखंड की महेशलुंडी, अकदोनी कला, अकदोनी खुर्द, जोगीटांङ, पतरोडीह, परातडीह, चुंजका, डांडीडीह, बक्शीडीह, भंडारीडीह व चैताडीह पंचायत कोलियरी की जमीन पर स्थित है. इन पंचायतों में से कुछ पंचायतों की कुछ जमीन रैयती है, जबकी बड़ा हिस्सा सीसीएल का है. जमीन सीसीएल की रहने के कारण इन पंचायतों में विकास योजनाओं के लिये सीसीएल से एनओसी की आवश्यकता होती है, लेकिन एनओसी नहीं मिल पाने की स्थिति में वर्षों से यहां विकास की गाड़ी रुकी हुई है.
छह पंचायतों में नहीं बना पंचायत भवन : एनओसी नहीं रहने के कारण कोयलांचल की 11 पंचायतों में से छह पंचायतों में सचिवालय का भवन भी नहीं बन पाया है. इनमें अकदोनी खुर्द, जोगीटांड़, पतरोडीह, परातडीह, चैताडीह व भंडारीडीह शामिल हैं. पंचायत के प्रतिनिधियों का कहना है कि पूर्व में भी इन इलाकों में पंचायत भवन बनाने की मांग को लेकर प्रशासनिक अधिकारियों से गुहार लगायी गयी, लेकिन बार-बार एनओसी की मांग की जाती है. सीसीएल एनओसी नहीं दे रहा है.
जनता के सवालों से परेशान हैं जनप्रतिनिधि : जब भी पंचायत के प्रतिनिधि अपने क्षेत्र में जाते हैं तो जनता उनसे सवालों की झड़ी लगा देते हैं. गुरुवार को महेशलुंडी पंचायत के मुखिया हरगौरी साहू पपरवाटांड़ पहुंचे तो वहां 65 वर्षीय भुटकी देवी के सवालों से घिर गये. भुटकी काफी गरीब है और ठीक से सुन भी नहीं पाती है. भुटकी का बेटा भी गंभीर बीमारी से पीड़ित है. वह एक टूटे-फूटे घर में रहती है, जिसका दरवाजा भी नहीं है. वह कई वर्षों से इंदिरा आवास की मांग कर रही है.
गुरुवार को जब मुखिया श्री साहू भुटकी के मुहल्ले में पहुंचे तो उसने इंदिरा आवास की गुहार लगायी. मुखिया श्री साहू ने कहा कि भुटकी को इंदिरा आवास दिलाने के लिये कई बार आवदेन भी प्रखंड मुख्यालय भेजा गया, लेकिन उसका मकान सीसीएल की जमीन में होने के कारण इंदिरा आवास नहीं मिल पा रहा है. मुखिया श्री साहू ने कहा कि इस तरह की परेशानी कई गरीबों के साथ हो रही है.
एनओसी नहीं मिलने से परेशानी : बीडीओ : गिरिडीह के बीडीओ अशोक कुमार ने कहा कि जो इलाका सीसीएल की जमीन में पड़ता है, वहां पर भवन निर्माण में सीसीएल से एनओसी की जरूरत है.
सीसीएल की ओर से एनओसी नहीं मिलने के कारण कोयलांचल की छह पंचायतों में पंचायत भवन नहीं बन पाया. पंचायत सचिवालय के भवन को बनाने के लिये प्रस्ताव भी एनओसी की मांग को लेकर एक प्रस्ताव भी भेजा गया है. वहीं इंदिरा आवास योजना का लाभ उन्हीं को मिलता है, जिनके पास खुद की जमीन होती है.
सीसीएल की जमीन में इंदिरा आवास नहीं बन सकता, जबकि सीसीएल इलाके में मनरेगा की योजना के संचालन के लिये भी एनओसी चाहिए. पिछली बार कुछ स्थानों पर सीसीएल की ओर से एनओसी मिला था, जिसके बाद मनरेगा का काम चला भी. इस बार सीसीएल के पीओ से एनओसी के लिये बात की गयी है. पूरा प्रयास है कि सीसीएल एनओसी दे ताकी योजनाओं का संचालन हो सके.
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