प्रधानाध्यापक मनोज कुमार ने बताया कि ऐसे मामले बीते एक सप्ताह से प्रतिदिन घट रहे हैं. गुरुवार को प्रार्थना सभा के बाद आठवीं कक्षा की तिलकी कुमारी ने चक्कर आने की शिकायत की. परिजन को तत्काल बुलाकर छात्रा को उसके घर भेज दिया गया. परिजन तिलकी को इलाज के लिए बाहर ले गये. वहीं, छठी क्लास की दो छात्राओं ने सुबह नौ बजे पढ़ाई के दौरान बेचैनी की शिकायत की. कुछ ही देर में दोनों की नाक से खून बहने लगा.
भोजन करते आपनी कक्षा में जा रही थी छात्रा
एमडीएम का भोजन कर 11:40 बजे पंचम कक्षा की छात्रा आशा कुमारी अपने कक्षा में जा रही थी. इसी दौरान उसकी भी नाक से रक्त की धार निकल पड़ी. शिक्षकों ने सभी छात्राओं का प्राथमिक उपचार कराया.
बच्चों की उपस्थिति पर पड़ रहा असर
बच्चियों के बीमार पड़ने की सूचना पाकर अभिभावक स्कूल पहुंच गये. अभिभावकों ने तपती गर्मी को देखते हुए स्कूल टाइमिंग में परिवर्तन की मांग की. इधर, अत्यधिक धूप व गर्मी के कारण विद्यालय में बच्चों की उपस्थिति पर असर दिख रहा है. बताया जाता है कि कई बच्चे बिना कुछ खाए सुबह में स्कूल आ जाते हैं. एमडीएम बनते-बनते भूखे पेट कई बच्चे गिरने लगते हैं.
प्रार्थना सभा में बच्चों को गर्मी के प्रति किया जाता है जागरूक
प्रधानाध्यापक मनोज कुमार ने बताया कि प्रार्थना सभा में बराबर बच्चों को सलाह दी जाती है कि वे अपने लिए नाश्ता-पानी साथ में लेकर आयें. अधिक धूप में ना घूमें तथा विद्यालय आने-जाने के समय छाता या सूती तौलिया सिर पर जरूर रखें.
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