गढ़वा.
देश की आंतरिक सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत बनाने के लिए और देश के आम नागरिकों को जागरूक करने के उद्देश्य को लेकर भारत सरकार के गृह मंत्रालय के सिविल डिफेंस निदेशालय ने एसआइएस के बेलचंपा स्थित प्रशिक्षण केंद्र में सोमवार से दूसरे चरण के प्रशिक्षण की शुरूआत की. इसका उदघाटन कार्यक्रम के मुख्य अतिथि उप विकास आयुक्त पशुपतिनाथ मिश्रा ने की. इसके पूर्व एसआइएस प्रशिक्षण केंद्र पहुंचकर उन्होंने एसआइएस के शहीद जवानोें की शहीद स्थल पर श्रद्धांजलि दी. वहीं इस प्रशिक्षण के महत्व के विषय में लोगों को बताया तथा जवानों व अधिकारियों को प्रशिक्षण का लाभ लेने के लिए प्रेरित किया. इस अवसर पर एसआइएस के ग्रुप कमांडेट रमेश जायसवाल ने कहा कि यह कार्यक्रम नाइन बटालियन एनडीआरएफ बिहटा पटना द्वारा चलाया जा रहा है. सिविल डिफेंस के सहयोग से एनडीआरएफ द्वारा प्रशिक्षण दिया जा रहा है. इसका उद्देश्य वार के समय या आपदा के समय मिलजुल कर काम किया जाए और लोगों को जागरूक किया जाए. जिससे कि जानमाल का नुकसान से बचाया जा सके. उन्होंने कहा कि सिविल डिफेंस की ट्रेनिंग देने का मुख्य उद्देश्य है कि भारत देश की आंतरिक सुरक्षा के उद्देश्य से जितने भी ऑफिसर, सुपरवाइजर, सुरक्षाकर्मी तैनात हैं, सबसे पहले उनको ट्रेंड करना है. उसके बाद आम नागरिक को जागरूक करके उनको प्रशिक्षित करना है, ताकि आपातकालीन स्थिति में कम से कम नुकसान हो और आपदा के समय एक प्रभावी तरीके से निपटा जा सके. लोगों की जान को बचाया जाए जैसे एयर स्ट्राइक, बम अटैक ,केमिकल और न्यूक्लियर अटैक, फायर फाइटिंग, फर्स्ट एड हाई राइजिंग बिल्डिंग रेस्क्यू आदि से सुरक्षा हो सके. उन्होंने बताया कि उपरोक्त विषयों की ट्रेनिंग देकर सभी तीन लाख से ऊपर, कर्मचारी और अधिकारियों को प्रशिक्षित किया जायेगा. उन्होंने बताया कि इसके तहत पूरे भारतवर्ष के 244 जिलों में तैनात एसआइएस के ऑफिसर्स और सुपरवाइजर, ट्रेनर और जवानों को सिविल डिफेंस की ट्रेनिंग दी जायेगी. यह प्रशिक्षण भारत सरकार के सिविल डिफेंस के विभाग और एनडीआरएफ के निर्देशानुसार दिया जा रहा है. मौके पर एनडीआरएफ के डिप्टी कमांडेंट संतोष यादव, इंस्पेक्टर सूरज कुमार, सब इंस्पेक्टर विकास कार्तिक व एनडीआरएफ सहयोगी प्रशिक्षक भी उपस्थित थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है