रंका : रंका पुलिस ने हुरदाग गांव से ईंट भट्ठा में जबरन काम कराने के लिए उठाकर ले जाये गये चार मजदूरों को चैनपुर थाना के गंगधारा गांव से मुक्त करा लिया है. साथ ही ईंट भट्ठा मालिक को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. मुक्त कराये गये मजदूरों में दो नाबालिग शामिल हैं. इनमें हुरदाग गांव निवासी कमेश साथ ही ईंट भठ्ठा मालिक कमांडो सिंह को गिरफ्तार कर लिया है. मुक्त किये गये मजदूर में दो नाबालिग मजदूर शामिल है.
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बंधक बने दो नाबालिग सहित चार मजदूर मुक्त
रंका : रंका पुलिस ने हुरदाग गांव से ईंट भट्ठा में जबरन काम कराने के लिए उठाकर ले जाये गये चार मजदूरों को चैनपुर थाना के गंगधारा गांव से मुक्त करा लिया है. साथ ही ईंट भट्ठा मालिक को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. मुक्त कराये गये मजदूरों में दो नाबालिग शामिल हैं. इनमें […]
इनमें हुरदाग गांव निवासी कमेश भुइयां, उसकी पत्नी अनिता देवी, विक्रम भुइयां(10 साल) व कुंदन कुमार (सात साल) का नाम शामिल है. थाना प्रभारी जितेंद्र कुमार ने बताया कि इन मजदूरों के विषय में थाना में सूचना दी गयी थी. इसके आलोक में त्वरित कार्रवाई करते हुए ईंट भट्ठा पर छापामारी करते हुए मजदूर कमेश भुइयां उसकी पत्नी प्रमिला देवी तथा राजनाथ भुइयां के नाबालिग पुत्र विक्रम भुइयां, कुंदन कुमार को मुक्त कर लिया गया है. साथ ही ईंट भट्ठा पर से ही भट्ठा मालिक नक्कू सिंह एवं उसका पुत्र कमांडो सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया है.
थाना प्रभारी ने बताया कि पिछले 12 फरवरी को कमांडो सिंह अपने पांच दोस्तों के साथ हुरदाग गांव पहुंच कर उक्त मजदूरों को जबरन घर से उठा कर ईंट भट्ठा पर ले गया था. मजदूरों ने इस मामले में कार्रवाई के लिए थाने में गुहार लगायी थी. अपने आवेदन में मजदूरों ने बताया था कि 500 रुपये में 1000 ईंट बनाते हैं. काम करने से पूर्व ईंट भट्ठा मालिक से 15-15 हजार रुपये अग्रिम लिये थे. सभी मजदूर दुर्गा पूजा के तीन दिन बाद ईंट भठ्ठा में काम करने गये थे. इसके आलोक में मजदूरों को मुक्त कराने के साथ ही ईंट भट्ठा मालिक को भी गिरफ्तार कर लिया गया. थाना प्रभारी ने बताया कि 17 वर्षीय नाबालिक महिला मजदूर अनिता देवी द्वारा कमांडो सिंह पर राइफल का भय दिखा कर छेड़छाड़ करने का आरोप लगाया गया है. इसकी छानबीन की जा रही है. इसके बाद आगे की कार्रवाई की जायेगी.
बंधक बनाकर लिया जा रहा था काम : काम करने गये हुरदाग के मजदूरों ने बताया कि पलामू जिले के चैनपुर थाना के गंगधारा गांव में ईंट भट्ठा में काम करने के लिए उनके गांव से 12 लोग अपने बाल-बच्चों के साथ गये थे. वहां जाने के बाद उन सभी मजदूरों को बंधक बना लिया गया. वहां उन्हें काफी प्रताड़ित किया जाता था. इससे तंग आकर सभी मजदूर अपने बाल-बच्चों के साथ आठ जनवरी 2019 को रात में 12 बजे किसी तरह भाग कर घर आने में सफल हुए. लेकिन चार दिन बाद ही भठ्ठा मालिक नक्कू सिंह का पुत्र कमांडो सिंह अपने कुछ दोस्तों साथ 12 जनवरी को स्कॉर्पियो से अपराह्न करीब दो बजे हुरदाग गांव पहुंचा और मजदूर राजनाथ भुइयां के नाबालिग पुत्र विक्रम भुइयां (10 वर्ष ), कुंदन कुमार (सात वर्ष), शांति कुंवर के पुत्र कमेश भुइयां व पत्नी प्रमिला देवी को जबरन स्कार्पियो में बैठा कर ले गये. इसके बाद मजदूरों ने रंका थाना पहुंच कर न्याय की गुहार लगायी.
मजदूरों ने बताया कि गांव से विजय भुइयां पत्नी मंगरी देवी, पुत्री अनिता कुमारी, श्रवण भुइयां की पत्नी अनिता देवी, थेगु भुइयां, राजनाथ भुइयां व उसका पुत्र व बहू, अनुज भुइयां, कविता देवी, कमेश भुइयां की पत्नी प्रमिला देवी ईंट भठ्ठा में काम करने गये हुए थे. मजदूर थेगु भुइयां, राजनाथ भुइयां, अनुज भुइयां, अनिता कुमारी आदि ने बताया कि ईंट भठ्ठा मालिक नक्कू सिंह चैनपुर थाना के रामपुर का रहने वाला है. उसका पुत्र कमांडो सिंह के आतंक से वे लोग परेशान थे.
वह रायफल लेकर ईंट भठ्ठा पर आता था और पशु की तरह व्यवहार करता था. मजदूरों से दिनभर काम करवाने के बाद सिर्फ खुराकी दी जाती थी. मजदूरों ने बताया कि विजय भुइयां की नाबालिग पुत्री अनिता अनिता कुमारी (17 वर्ष) के साथ कमांडो सिंह हमेशा छेड़छाड़ करता था तथा उसके माता – पिता को जान से मारने की धमकी दिया जाता था. इसके डर से अनिता के पिता विजय भुइयां व पत्नी मंगरी देवी एक महीना पहले ही किसी तरह बेटी अनिता को ईंट भठ्ठा पर छोड़कर जान बचा कर भाग गये. अनिता ने बताया कि उसके माता-पिता ने कहा कि बेटी तुम्हें कमांडो सिंह रखैल बनाकर रखना चाहता है और उसको छोड़ कर भाग गये.
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