जादूगोड़ा. उपायुक्त कर्ण सत्यार्थी ने सोमवार को मुसाबनी प्रखंड के आदिम जनजाति बहुल कुलामारा गांव के खड़िया टोला का दौरा किया. इस दौरान उन्होंने सबर जनजाति के परिवारों से सीधे संवाद कर उनकी समस्याएं सुनीं. सरकारी योजनाओं से लाभान्वित होने की स्थिति का जायजा लिया. इस अवसर पर उन्होंने आंगनबाड़ी केंद्र, आयुष्मान आरोग्य मंदिर का निरीक्षण किया. पेयजल, आवास और अन्य मूलभूत सुविधाओं की जानकारी ली. इस मौके पर उनके साथ सीओ ऋषिकेश मरांडी, बीडीओ अदिति गुप्ता, मुखिया बॉबी मार्डी, कौशिक भकत, सुशेन कालिंदी, कान्हू राम हांसदा आदि मौजूद थे. इस मौके पर उपायुक्त ने कहा कि आदिम जनजातियों को मुख्य धारा से जोड़ा जायेगा.
खड़िया टोला में चापाकल लगाने का दिया
निर्देश
खड़िया टोला के सबर परिवारों ने पेयजल संकट, आधार केंद्र की अनुपलब्धता, जॉब कार्ड नहीं बन पाने और भूमिहीनता जैसे मुद्दों को उठाया. उपायुक्त ने समस्याओं को गंभीरता से लेते हुए तत्काल एक चापाकल लगाने के निर्देश दिया. साथ ही सीओ को भूमि बंदोबस्ती और जॉब कार्ड निर्माण की प्रक्रिया को शीघ्र शुरू करने का निर्देश दिया. जब उपायुक्त ने महिलाओं से बच्चों को आंगनबाड़ी केंद्र नहीं भेजने का कारण पूछा, तो महिलाओं ने केंद्र की दूरी का हवाला दिया. उपायुक्त ने स्पष्ट किया कि प्रत्येक गांव में केंद्र खोलना व्यवहारिक नहीं है. उपायुक्त ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि सबर समुदाय के प्रत्येक व्यक्ति का जन्म प्रमाण पत्र, राशन कार्ड और अन्य आवश्यक दस्तावेज प्रदान किए जायें, ताकि सरकारी योजनाओं से लाभान्वित हो सकें.
जेएलपीएस अधिकारी को मिली
फटकार
सबर परिवारों को योजनाओं की सही जानकारी नहीं देने पर उपायुक्त ने जेएलपीएस अधिकारी को फटकार लगायी. निर्देश दिया कि वे कार्यालयों में बैठने की बजाय क्षेत्र में जाकर लोगों को योजनाओं की जानकारी दें.पशुपालन प्रशिक्षण पर दिया गया जोर
उपायुक्त ने सबर परिवारों को बकरी, सूअर और बतख पालन के लिए प्रशिक्षण लेने को प्रोत्साहित किया. उन्होंने कहा कि बिना प्रशिक्षण पशु वितरित करने पर उनकी मौत होने की आशंका रहती है. इससे परिवारों को नुकसान होता है. निरीक्षण के क्रम में उपायुक्त ने जोबला आंगनबाड़ी केंद्र का दौरा किया. उन्होंने बच्चों से संवाद कर एक कविता भी सुनी. इस पर वे काफी प्रसन्न हुए. माटीगोड़ा पंचायत के दीगड़ी-कुलामारा-जोबला सड़क का निरीक्षण कर उपायुक्त ने संतोष व्यक्त किया.
यूसिल चाटीकोचा गांव का जल्द होगा निरीक्षण
उपायुक्त करण सत्यार्थी ने यूसिल चाटीकोचा गांव के विस्थापित परिवारों की वर्षों पुरानी समस्याओं को गंभीरता से लेते हुए शीघ्र समाधान का भरोसा दिया. उपायुक्त ने बताया कि चाटीकोचा गांव के विस्थापितों की समस्याएं वर्ष 1997 से लंबित है. जल्द ही गांव का निरीक्षण किया जायेगा. यूसिल अधिकारियों के साथ बैठक कर इस मामले का निष्पादन किया जायेगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है