गालूडीह. घाटशिला प्रखंड की महुलिया पंचायत अंतर्गत गालूडीह आदिवासी बस्ती के पास सुवर्णरेखा नदी जाने वाली सड़क किनारे विवेकानंद सेवा ट्रस्ट आश्रम परिसर के तीन बड़े-बड़े हरा-भरा पेड़ काटने से रविवार को ग्रामीण उग्र हो गये. ग्राम प्रधान करण मुर्मू के नेतृत्व में ग्रामीणों ने आश्रम के बाहर विरोध किया. ग्रामीणों ने पेड़ कटाई पर रोक लगा दी. काटे गये पेड़ की लकड़ी को आश्रम में वापस लाने की मांग की. विरोध के कुछ घंटे बाद सभी लकड़ियों को वापस आश्रम लाया गया.
आश्रम के लिए ग्रामीणों ने जमीन दान की है :
ग्रामीणों ने बताया कि रविवार की सुबह तीन मजदूर लगाकर आश्रम परिसर के अंदर माफिया पेड़ काटवा रहे थे. उन्होंने इसकी सूचना ग्राम प्रधान करण मुर्मू को दी. ग्राम प्रधान करण मुर्मू ने मजदूरों से पूछा कि किसकी अनुमति से पेड़ काटे जा रहे है. यहां आश्रम बनाने के लिए ग्रामीणों ने जमीन दान की है. अब जमीन बेचने के इरादे से पेड़ की कटाई की जा रही है. मजदूरों ने बताया कि आश्रम के शुभेंदू चौधरी ने पेड़ काटने के लिए कहा था.पेड़ के कारण दीवार फट गयी इसलिए काटा गया :
शुभेंदू चौधरी ने बताया कि विवेकानंद सेवा ट्रस्ट ने उन्हें आश्रम की देखभाल के लिए रखा है. पेड़ के कारण कई जगहों पर दीवार फट चुकी है, इसीलिए पेड़ काटे गये हैं. विरोध जताने वालों में ग्राम प्रधान करण मुर्मू, छूतु मुर्मू, सुनील मुर्मू, अर्जुन हांसदा, भोलानाथ टुडू, सुनाराम हांसदा, चुनू सोरेन, राजेश टुडू, बंटू सोरेन आदि उपस्थित थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है