नरवा.
तुरामडीह माइंस से विस्थापित हुए नांदूप के लोगों ने सोमवार को नौकरी देने की मांग को लेकर सुबह 8:30 बजे से दोपहर 2 बजे से यूसिल गेट के सामने धरना प्रदर्शन किया. अध्यक्ष घासिया होनहागा ने कहा कि यूसिल तुरामडीह माइंस प्रबंधन द्वारा वार्ता के लिये बुलाया गया. इस कारण गेट जाम नहीं किया गया. विस्थापित परिवार के सदस्यों ने यूसिल कंपनी प्रबंधन के खिलाफ खूब नारेबाजी की.जमीन अधिग्रहण के बाद रैयतदारों का परिवार सड़क पर आ गया
विस्थापित परिवार के सदस्यों का आरोप है कि यूसिल ने उनकी जमीन को अधिग्रहण कर लिया. लेकिन उस जमीन के रैयतदारों को नौकरी नहीं दी. जमीन अधिग्रहण के बाद रैयतदारों का परिवार सड़क पर आ गया है और उनकी माली हालत खराब हो गयी. जब तक जमीन थी, तब वे किसी तरह खेतीबाड़ी करके अपना जीवन गुजर बसर कर रहे थे. लेकिन जमीन छीनने के बाद उनका पूरा परिवार दाने-दाने को मोहताज हो गया. यूसिल के अधिकारियों ने करीब 2 बजे विस्थापित परिवार के सदस्यों के साथ वार्ता की और उनकी मांगों पर जल्द विचार करने का आश्वासन दिया.बैठक में प्रबंधन की ओर से राकेश कुमार, संजीव रंजन तथा गिरीश गुप्ता शामिल थे. वहीं समिति की ओर से अध्यक्ष घासिया होनहागा, सचिव विक्की चकिया, कोषाध्यक्ष मोटाय दिग्गी, डेबाय दिग्गी, पुतुल बारी शामिल हुए. प्रबंधन से मिली आश्वासन के बाद विस्थापित परिवार के सदस्यों ने धरना प्रदर्शन को समाप्त किया.
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