घाटशिला : घाटशिला प्रखंड परिसर स्थित लोहिया भवन में रविवार को उप विकास आयुक्त सुनील कुमार ने मुखिया, पंचायत सेवक और रोजगार सेवकों के साथ बैठक कर डोभा निर्माण कार्य की समीक्षा की. डीडीसी ने प्रखंडों में डोभा के निर्माण पर चिंता जाहिर करते हुए कहा कि राज्य सरकार और जिला की ओर से डोभा […]
घाटशिला : घाटशिला प्रखंड परिसर स्थित लोहिया भवन में रविवार को उप विकास आयुक्त सुनील कुमार ने मुखिया, पंचायत सेवक और रोजगार सेवकों के साथ बैठक कर डोभा निर्माण कार्य की समीक्षा की. डीडीसी ने प्रखंडों में डोभा के निर्माण पर चिंता जाहिर करते हुए कहा कि राज्य सरकार और जिला की ओर से डोभा निर्माण पर दिये गये लक्ष्य को पूरा करने के लिए पंचायत जन प्रतिनिधियों और जनता से तालमेल करना जरूरी है.
पानी का स्रोत नीचे चला गया है. इसके लिए डोभा का निर्माण कराया जा रहा है. पानी का स्रोत उपर आने और जल संचय करने से किसानों को खेती के लिए पानी मिलेगा. डीडीसी ने प्रखंड की 22 पंचायतों में स्वीकृत डोभा और निर्मित डोभा की जानकारी ली. उन्होंनोे कहा कि 292 डोभा स्वीकृत है. 157 डोभा का काम शुरू है. प्रखंड की 22 पंचायतों में 805 डोभा का निर्माण करना है.
डीडीसी ने बारी-बारी से ली जानकारी :डीडीसी ने पंचायत सेवक, रोजगार सेवक और मुखिया से बारी-बारी से डोभा के लक्ष्य को पूरा करने के लिए जानकारी प्राप्त की. आसना में 23 डोभा की स्वीकृति मिली है. 70 डोभा का और भी निर्माण होगा. बड़ाजुड़ी में 12 डोभा का काम शुरू है. 20 और भी बनाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है. बनकाटी में 13 के अलावे 30, बांकी में 13 के अलावे 30, बड़ाजुड़ी में 17 के अलावे 23, बड़ाखुर्शी में 19 के अलावे 30, भदुआ में 31 के अलावे 20 और, धर्मबहाल, मऊभंडार और गोपालपुर में नहीं, हेंदलजुड़ी में 16 के अलावे 30 और, झाटीझरना में 16 के अलावे 30, जोड़िशा में 22 के अलावे 20 और, कालचीती में 10 के अलावे 20 और, काशिदा में 25 की बजाय 20 और, काड़ाड़ुबा में 20, महुलिया में 20 और उत्तरी मऊभंडार में स्वीकृति के बावजूद 20 और डोभा निर्माण का लक्ष्य निर्धारित किया गया है.
गैर हाजिर पंसे व रोजगार सेवकों से स्पष्टीकरण
बैठक में जो रोजगार सेवक और पंचायत सेवक उपस्थित नहीं थे. उनसे प्रभारी बीडीओ मृत्युंजय कुमार से स्पष्टीकरण पूछने को कहा. आसना के रोजगार सेवक रामचंद्र बेसरा को हटाने, पंचायत सेवक हिरणयम मंडल, भदुआ के राखाल चंद्र माझी, घाटशिला के देवानंद पातर, झाटीझरना के राखाल चंद्र माझी और जोड़िशा के फूलमार टुडू के बिना बताये बैठक से गायब रहने पर प्रभारी बीडीओ से स्पष्टीकरण पूछने को कहा है.