चाकुलिया : चाकुलिया सीमा से सटे पश्चिम बंगाल के बीहड़ गांवों में सरकार ग्रामीणों को जलापूर्ति योजना के तहत स्वच्छ पेयजल उपलब्ध करा रही है. वहीं इस प्रखंड के बीहड़ अधिकांश गांवों में ग्रामीण आज भी नाला या खाल का पानी पी रहे हैं. बंगाल के जमाइमारी में जलापूर्ति योजना एक मिसाल है.
वहीं इससे सटे चाकुलिया के पाकुड़ियाशोल के ग्रामीण खाल का पानी पी रहे हैं. बंगाल की तर्ज पर अगर इन गांवों में जलापूर्ति हो, तो ग्रामीणों को स्वच्छ पेयजल प्राप्त होगा. इसके लिए जन प्रतिनिधि और संबंधित विभाग पहल करे तो बीहड़ गांवों के ग्रामीणों को प्रदूषित पानी के सेवन से मुक्ति मिलेगी.
ऐसी है बंगाल की जलापूर्ति योजना
बंगाल के जमाइमारी में सरकार द्वारा डीप बोरिंग किया गया है. गांव में विभिन्न जगहों पर चार टंकी बनायी गयी है. इन टंकियों में नल लगे हैं. पंप चला कर पाइप के माध्यम से पानी टंकियों में भरा जाता है. ग्रामीण आवश्यकता अनुसार पानी लेते हैं.
चाकुलिया गांवों की स्थिति
बंगाल सीमा से सटे चाकुलिया के कई गांवों में अधिकांश चापानल खराब पड़े हैं. कुआं नहीं है.
खराब चापानलों को बनाने की दिशा में पहल नहीं हो रही है. बाध्य होकर ग्रामीण पहाड़ी झरना या फिर खाल का पानी पी रहे हैं.