दुमका. मुफस्सिल थाना क्षेत्र के मालभंडारो पंचायत के पकड़िया गांव में मंगलवार को डायन के शक में महिला की पिटाई, उसके पति पूर्व सैनिक बथन राणा पर जानलेवा हमला तथा बेटे नरेश राणा की पोल में बांधकर पीट-पीट कर हत्या करने के मामले में पुलिस ने बुधवार को एक ही परिवार की दो महिला समेत सात लोगों को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया है. आरोपितों के साथ दो छोटे बच्चे भी हैं. जेल जाने वालों में दीबु उर्फ दीपक मड़ैया, उनके पुत्र लालबाबू मड़ैया उर्फ चुन्नू मड़ैया, गुलाब मड़ैया, रवि मड़ैया व बबलु मड़ैया, गुलाब मड़ैया की पत्नी अनीता देवी और लालबाबू मड़ैया की पत्नी अंजली देवी शामिल हैं. मंगलवार को मृतक नरेश राणा की पत्नी काेइनावती देवी के बयान पर हत्या का मामला दर्ज करने के बाद पुलिस ने रात को आरोपितों के घर पर दबिश दी. उस समय सभी नामजद आरोपित घर में थे. पुलिस को देखकर सभी आरोपित युवकों ने भागने का प्रयास किया, लेकिन सफल नहीं हो सके. पांचों पुरुष के अलावा हत्याकांड में शामिल घर की दो महिलाओं को भी गिरफ्तार कर लिया गया. दोनों महिलाओं के साथ उनके छोटे- बच्चे भी हैं. हत्या में प्रयुक्त लोहे की छड़ आदि को जब्त कर लिया गया है. अंधविश्वास में डूबे मुख्य आरोपित गुलाब मड़ैया ने पुलिस को बताया कि नरेश राणा की मां चुड़की देवी की वजह से उनके पिता दीबू मड़ैया की तबीयत खराब रहती थी. चुड़की डायन है और उसने ही पिता पर कुछ कर दिया है, जिस कारण उनकी तबीयत खराब रहती है. इस बात को लेकर दोनों परिवार में कहासुनी चल रही थी. मंगलवार को चुड़की को समझने के लिए घर गए तो परिवार के लोग उलझ गए. गुस्से में आकर चुड़की देवी की पिटाई कर रहे थे तभी नरेश और उसका पिता गाली-गलौज करने लगा. गुस्से में आकर दोनों की पिटाई कर दी. वहीं पुलिस का कहना है कि डायन के शक में ही वारदात को अंजाम दिया गया है. कुल आठ लोगों को आरोपित बनाया गया है. एक महिला अभी भी फरार है, उसकी तलाश की जा रही है. जिन दो महिलाओं की गिरफ्तारी हुई है उनके दो बच्चे हैं. घर में अब कोई देखभाल करने वाला नहीं बचा है, इसलिए मां के साथ बच्चों को भी जेल भेजा गया है. =============== मामले में आठ पर प्राथमिकी हुई थी दर्ज, एएसपी के नेतृत्व में गठित हुई थी टीम : इस घटना को लेकर पुलिस ने आठ नामजद अभियुक्तों के खिलाफ मुफस्सिल थाना में प्राथमिकी दर्ज की थी. बीएनएस की धारा 191(2), 191(3), 190, 115(2), 117(2), 117(4) एवं 103(2) तथा डायन प्रथा प्रतिषेध अधिनियम 2001 की धारा 3/4 के तहत दर्ज इस मामले में अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए प्रशिक्षु अपर पुलिस अधीक्षक सह मुफस्सिल थाना प्रभारी डॉ सैय्यद मुस्तफा हाशमी के नेतृत्व में टीम का गठन किया गया, जिसने सघन छापेमारी करते हुए आठ में से सात को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया. इस टीम में थाना प्रभारी दिग्घी अनुज कुमार, एसआई नंदन कुमार सिंह व मुफस्सिल थाना के अन्य पदाधिकारी व पुलिसकर्मी शामिल थे.
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