दुमका : मयुराक्षी नदी पर बने मसानजोर डैम में जल्द ही दायांतट नहर बनने का सपना पूरा होगा. दुमका परिसदन में पत्रकारों से बातचीत में गोड्डा सांसद निशिकांत दूबे ने कहा कि केंद्रीय जल आयोग द्वारा इसपर स्वीकृति दी जा चुकी है तथा सरकार की एजेंसी बेवकॉस ने इसके लिए डीपीआर भी तैयार कर लिया है. लगभग 38 करोड़ रुपये की लागत से यह दायांतट नहर बनेगा.
उन्होंने कहा कि इसके लिए जल्द ही टेंडर निकलेगा. निर्माण के लिए जो राशि व्यय होगी, वह राज्य सरकार वहन करेगी. श्री दूबे ने बताया कि जब मसानजोर डैम बन रहा था, उसी वक्त बायां और दायांतट नहर बनाने की बात थी. लेकिन शुरुआती दौर में केवल बायांतट नहर ही बन सका था. जिस वजह से इस क्षेत्र को समुचित सिंचाई नहीं मिल पा रही है. उन्होंने कहा कि शहरों में पीने के पानी व आसपास के क्षेत्र में सिंचाई के साधन घटे हैं.
शहरों के आसपास नदियों का अतिक्रमण हुआ है. जिस प्रकार हाल ही में श्रीनगर में बाढ़ की स्थिति झेलम नदी के अतिक्रमण से ही पैदा हुई थी. वह बेहद ही चिंताजनक है. रांची में अब हरमू नदी को सरकार ने ढूंढने का प्रयास शुरु किया है. देवघर में 3 अक्तूबर से वे खुद जमुनाजोर को खोजने का अभियान शुरु करेंगे.
यह नदी कभी देवघर की लाईफलाईन हुआ करती थी. उन्होंने कहा कि जमुनाजोर का अतिक्रमण कर बसने वालों से उन्होंने अपील की है कि वे खुद अपने स्तर से अतिक्रमण हटा लें, अन्यथा सरकारी स्तर से यह तोड़ा जायेगा, तो उन्हें नुकसान ज्यादा झेलना होगा. श्री दूबे ने कहा कि हंसडीहा में 150 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले 300 बेड वाले अस्पताल का काम भी शीघ्र शुरु होगा. जो दो साल में बनकर तैयार हो जायेगा. इसका भी फाइनल डीपीआर तैयार हो गया है, वहीं मंदारहिल-दुमका रेल लाईन में हंसडीहा और बारापलासी के बीच जो काम बचा हुआ है, उसे 31 दिसंबर तक पूरा कर लिया जायेगा.