उदासीनता. हरिपुर बाजार में शोभा की वस्तु बनी जलमीनार व पानी टंकी
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5000 की आबादी को शुद्ध पानी नहीं
उदासीनता. हरिपुर बाजार में शोभा की वस्तु बनी जलमीनार व पानी टंकी ग्रामीणों ने विधायक से की पहल करने की मांग बासुकिनाथ : ग्रामीण जलापूर्ति योजना के तहत जरमुंडी प्रखंड के हरिपुर बाजार में वाटर सप्लाइ योजना से साढ़े चार वर्ष बाद भी लोगों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध नहीं हो पा रहा है. करीब 50 […]
ग्रामीणों ने विधायक से की पहल करने की मांग
बासुकिनाथ : ग्रामीण जलापूर्ति योजना के तहत जरमुंडी प्रखंड के हरिपुर बाजार में वाटर सप्लाइ योजना से साढ़े चार वर्ष बाद भी लोगों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध नहीं हो पा रहा है. करीब 50 लाख की लागत से बना 18 हजार लीटर क्षमता का जलमीनार व पाइपलाइन योजना शोभा की वस्तु बनी हुई है. करीब पांच हजार की आबादी वाले इस इलाके में लोगों को सप्लाय पेयजल नसीब नहीं हुआ है. विभागीय उदासीनता के कारण संवेदक ने मनमाने तरीके से कार्य किया. पाइपलाइन सही तरीके से नहीं बिछायी गयी है. ग्रामीण कृष्णा भुंई, मणिकुमार, महेश कुमार साह, रणजीत साह, डा रामवृक्ष साह,
अशोक कुमार आदि ने विधायक बादल पत्रलेख से हरिपुर में नयी पेयजलापूर्ति योजना से सभी को शुद्ध जल मिले इसकी मांग की है. हलांकि विधायक ने पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के अधिकारियों से बातचीत इस दिशा में पहल करने की बात कही है. इस परियोजना से हरलाडंगाल, लब्दा, हरिपुर बाजार एवं हरिपुर गांव के सैकड़ों लोग लाभान्वित होते. मुखिया ओबिधन हेंब्रम ने बताया कि इस जलापूर्ति योजना से अबतक ग्रामवासी को कोई लाभ नहीं मिला है.
हरिपुर बाजार पंचायत के सभी गांवों को मिला कर बड़ी योजना बनायी जा रही है. इस दिशा में जल्दी काम शुरू होगा. सर्वे का काम लगभग पूरा हो चुका है. योजना से पूरे पंचायत के गांवों को पानी की आपूर्ति की जायेगी. रोड निर्माण कंपनी द्वारा 200-300 फीट पाइप लाइन खराब कर दी गयी थी. संबंधित कंपनी द्वारा पाइपलाइन ठीक किया जा रहा है. ठीक होते ही पानी सप्लाइ की जायेगी.
आरजेएम कच्छप, जेइ
मंत्री ने भी किया था निरीक्षण
ग्रामीणों की शिकायत पर झारखंड सरकार के मंत्री अमर बाउरी जलापूर्ति योजना का निरीक्षण करने हरिपुर बाजार पहुंचे थे. मंत्री ने उस समय विभागीय अधिकारियों को अविलंब पेयजलापूर्ति से सभी लोगों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने का सख्त निर्देश भी दिया था. लेकिन पांच माह बाद भी विभागीय उदासीनता के कारण अब तक एक भी परिवार को इस परियोजना का लाभ नहीं मिल पाया है.
क्या कहते हैं ग्रामीण
जलमीनार से लोगों को पानी नहीं मिल रहा है. विभागीय उदासीनता के कारण पेयजल आपूर्ति नहीं हो पा रही है. विभागीय अधिकारी उदासीन है.
पारूल भुंई
इस तरह की योजनाएं सिर्फ लूटने के लिए ही बनायी जाती है. ग्रामीणों को इससे कोई लाभ नहीं मिल पाता है. पेयजल आपूूर्ति के मुद्दे पर पीएचइडी उदासीन है.
डाॅ रामवृक्ष साह
सरकार गांव-गांव शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने हेतु मुहिम चला रही है. बावजूद इसके गांव में इतने वर्षों बाद भी उपलब्ध न होना जांच का विषय है.
गुलाब चंद्र गुलाब
पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के अधिकारियों को हरिपुर बाजार में बने पानी टंकी से पानी आपूर्ति सभी को मिले इसके लिए जरूरी कदम उठाने की आवश्यकता है.
मुकेश हिम्मतसिंहका
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