Dhanbad News: एकड़ा स्थित श्रीश्री राधा-कृष्ण प्रेम मंदिर के छठे वार्षिकोत्सव पर आयोजित भागवत कथा में गुरुवार को प्रवचन में श्री सुरेंद्र हरिदास जी महाराज ने कहा कि गंगा जी में स्नान करने से पापों का क्षय होता है. आज लोग गंगा जी की पवित्रता को भंग कर रहे हैं. वे गंगा जल में पूजन सामग्री, प्लास्टिक, कूड़ा-कचरा और अन्य गंदगी डाल देते हैं. इससे गंगा नदी प्रदूषित होती जा रही है. कुछ लोग गंगा जी में बर्तन और कपड़े धोते हैं, जिससे न केवल जल अशुद्ध होता है, बल्कि यह गंगा जी का अपमान है. उन्होंने कहा कि पूजन सामग्री, प्लास्टिक व कूड़े को गंगा से दूर रखें. यह कार्य पुण्य और राष्ट्रसेवा है. हमें तन, मन और धन से भगवान की भक्ति करनी चाहिए.
भक्ति से ही मोक्ष की प्राप्ति संभव
भगवान की भक्ति से ही मोक्ष की प्राप्ति होती है. जब हम भगवान की कथा सुनने हैं, तो वह समय केवल श्रवण का नहीं, आत्मा के उत्थान का होता है. इसलिए कथा को बीच में छोड़कर नहीं जाना चाहिए. मन में शांति है, तो संसार में भी शांति है. जब मन भगवान में स्थिर होता है, तब संसार की सभी चिंता गौण हो जाती है. उन्होंने कहा कि जिसने 22 एकादशियों का व्रत श्रद्धा और नियमपूर्वक कर लिया, उसे यमराज भी छूने का सामर्थ्य नहीं रखते. एकादशी व्रत आत्मशुद्धि और मोक्ष का सीधा मार्ग है. इसलिए एकादशी व्रत अवश्य रखना चाहिए. यह केवल शरीर का उपवास नहीं, बल्कि आत्मा का उत्सव है.
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