इंस्पेक्टर शशि रंजन कुमार ने माइंस रेस्क्यू टीम को बुलाकर शव को बाहर निकलवाया. शव का पंचनामा कराकर उसे पोस्टमार्टम के लिए धनबाद भेज दिया गया. समाचार लिखे जाने तक शव की पहचान नहीं हो सकी थी.
रेस्क्यू की टीम रही कारण
विदित हो कि सोमवार की सुबह किसी ने युवक के शव को देखा. दो वर्ष से बंद परियोजना की इस साइट के पास ही एक युवक का शव औंधे मुंह पड़ा हुआ था. झरिया पुलिस और बस्ताकोला कोलियरी प्रबंधन की सूचना पर माइंस रेस्क्यू टीम वहां पहुंची और रस्सी के सहारे शव को बाहर निकाला. शव के पैंट की जेब में मिक्स्चर, कुरकुरे, नमकीन और 700 सौ रु निकले.
पुलिस छानबीन कर रही है
झरिया थाना के इंस्पेक्टर शशि रंजन कुमार ने कहा कि शव को माइंस रेस्क्यू टीम की मदद से पत्थर के बीच से निकाला गया है. युवक की मौत हादसा, आत्महत्या या हत्या है, तीनों बिंदुओं पर पुलिस छानबीन कर रही है.
क्या कहते हैं बस्ताकोला के प्रबंधक अभिषेक कुमार
बस्ताकोला के प्रबंधक अभिषेक कुमार ने कहा कि बस्ताकोला परियोजना के डीकोल्ड क्षेत्र के पत्थर पर एक युवक का शव पड़ा था. इसकी सूचना झरिया पुलिस को दी गयी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है