35 साल बाद बैंकमोड़ की दुकानें रविवार को भी खुलेंगी. रविवार को बैंकमोड़ चेंबर की हुई आम सभा में यह ऐतिहासिक फैसला लिया गया. इसके अलावा प्रिविलेज कार्ड, पार्किंग सहित कई महत्वपूर्ण निर्णय लिये गये. बैंकमोड़ चेंबर अध्यक्ष प्रमोद गोयल व महासचिव लोकेश अग्रवाल ने कहा कि 35 साल पहले धारावाहिक रामायण को लेकर रविवार को बैंकमोड़ मार्केट बंद रखने का निर्णय लिया गया था. लेकिन आज परिस्थितियां बदली है. प्रतिस्पर्धा का दौर है. रविवार को प्राय: सरकारी व अन्य संस्थान बंद रहते हैं. लोग बैंकमोड़ में मार्केटिंग करना चाहते हैं, लेकिन मार्केट बंद रहने के कारण लोग नहीं आते हैं. इसे ध्यान में रखते हुए रविवार को मार्केट खुला रखने का निर्णय लिया गया है. मौके पर जिलाध्यक्ष चेतन गोयनका, महासचिव अजय नारायण लाल, संरक्षक मुरारीलाल अग्रवाल, संरक्षक सुरेंद्र अरोड़ा, संरक्षक प्रभात सुरोलिया, कृष्णा खेतान, विकास पटवारी सहित कई सदस्यों ने भी अपने विचार व्यक्त किये. आम सभा की अध्यक्षता बैंकमोड़ चेंबर अध्यक्ष प्रमोद गोयल व संचालन महासचिव लोकेश अग्रवाल ने किया. कोषाध्यक्ष संदीप मुखर्जी ने आय-व्यय का ब्योरा प्रस्तुत किया. धन्यवाद ज्ञापन नितिन पटेल ने दिया. बैठक में सुदर्शन जोशी, सुशील सांवरिया, सुशील नारनौली, सीए अनंत भारतीया, विक्की कथूरिया, बलबीर सिंह राजपाल, बंटी चक्रवर्ती, एसडी शर्मा, संजय सरावगी, अमित जैन, रोहित लिखमनिया, निर्मल पोद्दार, नारायण मोदी, सुनील गोयल, नीलेश गुप्ता आदि थे.
आम सभा में लिये गये निर्णय
– चेंबर के सभी सदस्यों को प्रिविलेज कार्ड इश्यू किया जायेगा. इससे कई दुकानों, रेस्टोरेंट, जांच घर, होटल, बड़े रिटेल सेक्टर में छूट मिलेगी. यह प्रिविलेज कार्ड जल्द ग्राहकों के लिए भी निर्गत किया जायेगा.
– नगर आयुक्त से मिलकर मल्टी स्टोरेज पार्किंग को जल्द शुरू करवायी जायेगी. – साइबर क्राइम पर चिंता व्यक्त की गयी, दुकानदारों के बैंक खातों को फ्रिज करने का विरोध जताया गया. समाधान नहीं होने पर चरणबद्ध आंदोलन का निर्णय लिया गया.– प्रत्येक मार्केट परिसर के बाहर और अंदर चेंबर सदस्यों की लिस्ट लगायी जायेगी. ताकि सदस्यों को किसी भी चंदे-रंगदारी व पार्किंग से संबंधित दिक्कत न हो. – बैंकमोड़ चेंबर को प्रशासन और निगम के सहयोग से ग्रीन जोन बनाने का प्रयास किया जायेगा.
सदस्यता शुल्क में बढ़ोतरी पर नाराजगी
आमसभा में वर्तमान समिति द्वारा व्यापार संघ के फंड को बढ़ाने के लिए सदस्यता शुल्क में बढ़ोतरी के प्रस्ताव पर भी चर्चा हुई. प्रभात सुरोलिया ने इस पर नाराजगी जतायी. कहा कि संघ का उद्देश्य व्यापारियों की सहूलियत बढ़ाना और उनकी परेशानियों को कम करना होना चाहिए, न कि सिर्फ फंड बढ़ाने पर ध्यान देना. उन्होंने कहा कि व्यापारियों को आर्थिक रूप से मजबूत बनाने और उनके हितों की रक्षा के लिए संगठन को काम करना चाहिए.
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