मनोहर कुमार, धनबाद : बीसीसीएल की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है. इसमें सुधार के लिए उत्पादन में बढ़ोत्तरी जरूरी है. लेकिन प्रबंधन के तमाम प्रयासों के बावजूद कंपनी अपने लक्ष्य के मुताबिक उत्पादन नहीं कर पा रही है. ऐसे में नये वर्ष (2020) से बीसीसीएल को खासी उम्मीद है. कारण कोयले का उत्पादन बढ़ाने और लक्ष्य प्राप्ति के लिए कंपनी ने दो अलग-अलग एरिया (कुसुंडा और सिजुआ) से करीब 100 लाख मैट्रिक टन कोयला खनन के लिए करीब 573.80 करोड़ रुपये का टेंडर निकाल रखा है.
Advertisement
573.86 करोड़ के आउटसोर्सिंग कार्य पर इसी हफ्ते होगा फैसला
मनोहर कुमार, धनबाद : बीसीसीएल की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है. इसमें सुधार के लिए उत्पादन में बढ़ोत्तरी जरूरी है. लेकिन प्रबंधन के तमाम प्रयासों के बावजूद कंपनी अपने लक्ष्य के मुताबिक उत्पादन नहीं कर पा रही है. ऐसे में नये वर्ष (2020) से बीसीसीएल को खासी उम्मीद है. कारण कोयले का उत्पादन बढ़ाने और […]
तीन और सात जनवरी को आयोजित रिवर्स इ-ऑक्शन के माध्यम से खनन कार्य करने के लिए आउटसोर्सिंग कंपनी का चयन किया जायेगा. उक्त दोनों टेंडर अवार्ड होने से जहां बीसीसीएल के उत्पादन में बढ़ोतरी सुनिश्चित हो सकेगी, वहीं सैकड़ों स्थानीय बेरोजगारों को रोजगार मिलेगा.
…. तो प्रति वर्ष 22.65 लाख टन होगा उत्पादन : कोयला उत्पादन बढ़ाने के लिए बीसीसीएल ने कुसुंडा एरिया के गोधर पैच से अगले चार वर्षों में 54.33 लाख एमटी कोयला, 209.08 लाख क्यूबिक मीटर ओबी तथा 34.86 लाख क्यूबिक मीटर लूज ओबी खनन व ट्रांसपोर्टिंग के लिए करीब 266.06 करोड़ रुपये के आउटसोर्सिंग कार्य का टेंडर निकाल रखा है.
तीन जनवरी को रिवर्स इ-ऑक्शन होगा. वहीं सिजुआ एरिया के निचितपुर पैच से अगले पांच वर्षों में 45.50 लाख एमटी कोयला, 166.07 लाख क्यूबिक मीटर ओवर बर्डेन (ओबी) तथा 69.50 लाख क्यूबिक मीटर लूज ओबी खनन व ट्रांसपोर्टिंग के लिए करीब 260.20 करोड़ रुपये का टेंडर निकला हुआ है.
इसके लिए सात जनवरी को आयोजित रिवर्स इ-ऑक्शन के माध्यम से आउटसोर्सिंग कंपनी का चयन होगा. आधिकारिक सूत्रों की मानें तो दोनों ही टेंडर अवार्ड होने से बीसीसीएल प्रति वर्ष करीब 22.65 लाख टन अतिरिक्त कोयले का उत्पादन कर सकेगी. इससे जहां कंपनी की माली हालत में सुधार होगा, वहीं दूसरी ओर सैकड़ों स्थानीय बेरोजगारों को रोजगार मिलेगा.
बिड रिगिंग के आरोप में कैंसिल हो गया था टेंडर
सिजुआ एरिया के निचितपुर और कुसुंडा एरिया के गोधर सी-पैच के दोनों आउटसोर्सिंग कार्य के लिए बीसीसीएल द्वारा पूर्व में ही टेंडर निकाला गया था. रिवर्स इ-ऑक्शन में करीब 283.55 करोड़ और 290.31 करोड़ रुपये की बोली लगा मेसर्स धनसार इंजीनियरिंग (डेको ) एल वन हुई है. लेकिन टेंडर होने के बावजूद बीसीसीएल वर्क अवार्ड नहीं कर सकी.
कारण दोनों टेंडर (निचितपुर व गोधर ) में कांट्रेक्टर द्वारा आपस में मिली भगत कर सिंगल बिड में काम लेने तथा बिड रिगिंग का आरोप था. ऐसे में बीसीसीएल बोर्ड ने वर्क अवार्ड करने से पहले मामले को आइएम से तकनीकी स्वीकृति के लिए भेज दिया था. जांच के उपरांत आइएम ने दोनों टेंडर कैंसिल कर, फिर से फ्रेस टेंडर करने की बात कही थी.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement