राकेश वर्मा एकमात्र विधायक, जिन्होंने सीएम से केंद्रीय मंत्री तक का तय किया सफर इंटक के बिंदेश्वरी दुबे व राजेंद्र सिंह तथा एचएमएस के रामदास व मिथिलेश सिन्हा कर चुके हैं प्रतिनिधित्व बेरमो : बेरमो विधानसभा सीट से कांग्रेस के विधायक रहे स्व बिंदेश्वरी दुबे एकमात्र ऐसे नेता हुए जिन्होंने एकीकृत बिहार में मुख्यमंत्री से […]
राकेश वर्मा
एकमात्र विधायक, जिन्होंने सीएम से केंद्रीय मंत्री तक का तय किया सफर
इंटक के बिंदेश्वरी दुबे व राजेंद्र सिंह तथा एचएमएस के रामदास व मिथिलेश सिन्हा कर चुके हैं प्रतिनिधित्व
बेरमो : बेरमो विधानसभा सीट से कांग्रेस के विधायक रहे स्व बिंदेश्वरी दुबे एकमात्र ऐसे नेता हुए जिन्होंने एकीकृत बिहार में मुख्यमंत्री से लेकर कांग्रेस की राजीव गांधी सरकार में केंद्रीय कानून व श्रम मंत्री तक का सफर तय किया. स्व दुबे केंद्रीय इंटक के अध्यक्ष के अलावा 1988 में राज्यसभा सांसद भी रहे. 1957 में बेरमो विधानसभा गठन के बाद से 2014 तक यहां का सर्वाधिक प्रतिनिधित्व स्थानीय मजदूर नेताओं ने ही किया है.
कोलफील्ड मजदूर यूनियन को भी मिला मौका : इंटक के चर्चित नेता स्व बिंदेश्वरी दुबे चार बार तथा इंटक के ही राजेंद्र प्रसाद सिंह पांच बार यहां से विधायक रहे. एचएमएस से संबद्ध राकोमयू के राष्ट्रीय महामंत्री व पूर्व सांसद स्व रामदास सिंह ने एक बार तथा एचएमएस से संबद्ध कोलफील्ड मजदूर यूनियन के बड़े नेता स्व मिथिलेश सिन्हा ने भी एक बार यहां का प्रतिनिधित्व किया. दोनों यहां के समाजवादी नेता के रूप में जाने जाते थे. इसके अलावा दो बार यहां का प्रतिनिधित्व भाजपा की ओर से योगेश्वर महतो बाटुल ने किया.
इंटक नेता बिंदेश्वरी दुबे ने सात बार लड़ा था चुनाव : कांग्रेस व इंटक नेता तथा पूर्व मुख्यमंत्री बिंदेश्वरी दुबे ने बेरमो विस सीट से सात बार चुनाव लड़ा और चार बार जीते. इसके पहले 1952 में जब जरीडीह-पेटरवार में बेरमो शामिल था उस वक्त हुए चुनाव में बिंदेश्वरी दुबे ने कामख्या नारायण सिंह को पराजित किया था. 1957 में बेरमो विस सीट हो जाने के बाद दुबे जी फिर से कांग्रेस े प्रत्याशी हुए तथा ब्रजेश्वर प्रसाद सिंह से हार गये. इसके बाद 1962, 1967, 1969 तथा 1972 में लगातार बिंदेश्वरी दुबे चुनाव जीतते रहे, पर 1977 के विस चुनाव में जनता पार्टी के मिथिलेश सिन्हा से हार गये थे.
सात चुनाव में पांच बार जीते इंटक नेता राजेंद्र सिंह
इंटक के राष्ट्रीय महामंत्री राजेंद्र प्रसाद सिंह ने कांग्रेस से बेरमो विस क्षेत्र का लगातार सात बार प्रतिनिधित्व किया, जिसमें श्री सिंह ने 1985, 1990, 1995 तथा 2000 में लगातार चार बार प्रतिनिधित्व किया. 2005 के विस चुनाव में भाजपा के नये चेहरे योगेश्वर महतो बाटुल से हार गये. 2009 के विस चुनाव में पुन: राजेंद्र सिंह ने भाजपा प्रत्याशी योगेश्वर महतो बाटुल को पराजित कर इस क्षेत्र से पांच बार विधायक बने.
इसके बाद 2014 के विस चुनाव में पुन: राजेंद्र प्रसाद सिंह भाजपा के योगेश्वर महतो बाटुल से पराजित हो गये. यह उनका लगातार आठवां चुनाव है.