धनबाद : ‘सांसद महोदय, हम रात को दो बजे पानी भरें या सोयें या पढ़ाई करें. कड़ाके की ठंड हो या गर्मी जल संकट हमारी नियति बन गयी है.’ यह सवाल बुधवार को आइएसएल झरिया के एक छात्र ने भाजयुमो द्वारा सामुदायिक केंद्र कोयला नगर में आयोजित युवा संसद कार्यक्रम के दौरान किया. छात्र के […]
धनबाद : ‘सांसद महोदय, हम रात को दो बजे पानी भरें या सोयें या पढ़ाई करें. कड़ाके की ठंड हो या गर्मी जल संकट हमारी नियति बन गयी है.’ यह सवाल बुधवार को आइएसएल झरिया के एक छात्र ने भाजयुमो द्वारा सामुदायिक केंद्र कोयला नगर में आयोजित युवा संसद कार्यक्रम के दौरान किया. छात्र के सवाल पर सांसद ने कहा-‘कुछ समय दें.’
उन्होंने तुरंत जमाडा के तकनीकी सदस्य (टीएम) इंद्रेश कुमार को कार्यक्रम स्थल पर बुलवाया. टीएम से इस मुद्दे पर अलग से बात की. फिर कार्यक्रम में आ कर कहा झरिया में व्याप्त जल संकट का जल्द स्थायी समाधान होगा. इसको लेकर राज्य सरकार चिंतित है. मुख्यमंत्री ने झरिया में जलापूर्ति योजना के लिए विशेष राशि भी रिलीज की है.
साथ ही एक तकनीकी टीम को भी भेजने का आदेश दिया है. सांसद ने माना कि यह सबसे ज्वलंत मुद्दा है. आज भी उन्होंने इस मामले पर मुख्यमंत्री रघुवर दास से बात की है. सीएम ने कहा है कि जल्द ही सारी दिक्कतें दूर हो जायेंगी.
मोदी सरकार ने आइआइटी, सिंदरी खाद कारखाना दिया : धनबाद के युवाओं को मोदी सरकार ने क्या दिया के जवाब में सांसद ने कहा कि प्रधानमंत्री ने धनबाद को आइआइटी दिया. वर्षों से बंद सिंदरी कारखाना को पुन: खोल कर यहां के युवाओं के लिए रोजगार का नया अवसर प्रदान किया है. साथ ही राज्य सरकार ने यहां बिनोद बिहारी महतो कोयलांचल विश्विद्यालय बनाया है.
भुखमरी रोकने की क्या योजना है : एक छात्र ने विधायक राज सिन्हा से पूछा कि अक्सर मीडिया में खबरें आती है कि राज्य में लोग भूख से मर रहे हैं. भुखमरी रोकने के लिए सरकार के पास क्या योजना है? जवाब में विधायक ने कहा कि सरकार की कई कल्याणकारी योजनाएं हैं, लेकिन जागरूकता के अभाव में लोगों तक इन योजनाओं का लाभ नहीं पहुंच पा रहा है. पांच रुपये में दाल-भात, एक रुपया किलो चावल मिलने के बाद भी भूख से किसी की मौत होती है तो यह शर्मनाक बात है.
किस-किस संस्थान के थे छात्र :
कार्यक्रम में पीके राय कॉलेज, एसएसएलएनटी महिला महाविद्यालय, सिंदरी कॉलेज, पीएमसीएच, बीएसके मैथन, किड्स गार्डेन झरिया, आइएसएल झरिया, राजकमल स्कूल भूली, संत जेवियर्स इंटरनेशनल स्कूल के छात्र, छात्राओं ने सवाल पूछे.