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धनबाद : सुकन्या समृद्धि योजना अब और आसान
2018 में नियम में संशोधन, अब 250 रुपये से लेकर 1.5 लाख तक सालाना कर सकते हैं जमा धनबाद : ‘सुकन्या समृद्धि योजना’ बेटियों के भविष्य की एक सरकारी योजना है. यह योजना 2016 में शुरू हुई थी. लेकिन सरकार ने इसके नियम में संशोधन कर इसे और भी आसान बना दिया है. अब इस […]
2018 में नियम में संशोधन, अब 250 रुपये से लेकर 1.5 लाख तक सालाना कर सकते हैं जमा
धनबाद : ‘सुकन्या समृद्धि योजना’ बेटियों के भविष्य की एक सरकारी योजना है. यह योजना 2016 में शुरू हुई थी. लेकिन सरकार ने इसके नियम में संशोधन कर इसे और भी आसान बना दिया है. अब इस खाते को खोलने के लिए सालाना 1000 रुपये की बजाय 250 रुपये ही जमा कराने पड़ेंगे.
सरकार के इस कदम से ज्यादा से ज्यादा लोग योजना का लाभ ले सकेंगे. इस योजना का लाभ कैसे लें और कितना फायदा होगा. यह जानने के लिए प्रभात खबर ने एसबीआइ हीरापुर शाखा के मुख्य शाखा प्रबंधक अभय कुमार सिंह से विशेष बातचीत की. आइए जाने क्या है योजना और क्या हैं योजना का लाभ.
आठ प्रतिशत से ज्यादा मिलता है ब्याज : सुकन्या समृद्धि खाते पर ब्याज दरों को अन्य लघु बचत योजनाओं और पीपीएफ की तरह प्रत्येक तिमाही में संशोधित किया जाता है. इस योजना में आठ प्रतिशत से अधिक ब्याज मिलता है.
10 साल से कम उम्र की लड़की के माता-पिता या कानूनी अभिभावक उसके नाम पर खाता खोल सकते हैं. इस खाते में जमा और परिपक्वता राशि पर आयकर कानून की धारा 80 सी के तहत कोई टैक्स नहीं लगता. न्यूनतम 250 रुपये व अधिकतम 1.5 लाख रुपये तक सालाना जमा किये जा सकते हैं. यह खाता 21 साल तक की अधिकतम अवधि के लिए होता है.
सुकन्या समृद्धि योजना काफी अच्छी है. योजना से जुड़कर पापा अपनी बेटी का भविष्य सुनहरा बना सकते हैं. यह योजना अन्य बचत स्कीम से सबसे ज्यादा ब्याज देती है. दस साल से कम उम्र की लड़की के लिए यह स्कीम है. हालांकि यह स्कीम उन्हें मिलती है जिनकी अधिकतम दो लड़की है. वर्ष 2018 में इस योजना में संशोधन किया गया है. इससे काफी लोग योजना से जुड़ रहे हैं.
अभय कुमार सिंह, मुख्य प्रबंधक एसबीआइ हीरापुर
साल 2018 में अगर कोई व्यक्ति 1,000 रुपए महीने से सुकन्या समृद्धि खाता खोलता है और 14 साल तक यानी 2031 तक हर साल 12 हजार रुपये जमा करता है. इस तरह 14 साल में 1.68 लाख रुपये जमा होंगे.
2018 में इस योजना की ब्याज दर 8.1% है. इस दर से जब बच्ची 21 साल की होगी तो उसे 5,27,036 रुपये मिलेंगे. 14 साल तक पैसे जमा करने होंगे. 21 साल बाद खाता परिपक्व होने पर उस लड़की को इसका भुगतान किया जायेगा, जिसके नाम पर खाता खोला गया है. खाता खोलने की तारीख से 14 साल तक इसमें राशि जमा करायी जा सकती है. खाता धारक की मृत्यु पर परिजनों को राशि मिलेगी.
एसबीआइ के मुख्य प्रबंधक से बातचीत
1. बीच में पैसे की जरूरत पड़ी तो क्या पैसे निकल सकते हैं?
बीच में कोई पैसा नहीं निकाला जा सकता और ना ही खाता बंद होता है.
2. क्या बीच में खाता बंद कर सकते हैं?
नहीं, बेटी के 21 साल होने तक नहीं.
3. अगर खाता धारक की मृत्यु हो जाये तो?
खाता धारक की मृत्यु हो जाये तो डेथ सर्टिफिकेट दिखाकर खाता बंद कराया जा सकता है. इसके बाद खाते में जमा रकम बच्ची के अभिभावक को ब्याज सहित वापस मिल जाती है.
4. कितने साल पैसा जमा करना होगा?
14 साल तक छमाही-सालाना जैसे आप चाहें वैसी किस्त में.
5. क्या बीच में पैसा मिलता रहेगा?
नहीं, मैच्योरिटी में मिलेगा पूरा.
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