चितरा. एसपी माइंस चितरा कोलियरी के लापता कोयला कर्मी रोहन कोल के परिजन अपनी मांगों को लेकर आगामी 25 जून से आमरण अनशन (भूख हड़ताल) पर कोलियरी के एरिया कार्यालय के समक्ष बैठेंगे. इस संबंध में पीड़ित परिजनों ने कोलियरी महाप्रबंधक को लिखित जानकारी दी है. दरअसल, पिछले छह सालों से एक पत्नी अपने पति का इंतजार कर रही है. उसका बेटा अपने पिता की तलाश में दर-दर भटक रहा है. लेकिन अब तक कोई पता नहीं चल सका है. बस ये पता है कि पीड़िता के पति छह साल पहले 2019 लोकसभा चुनाव के दौरान इलेक्शन ड्यूटी पर गए थे. लेकिन उसके बाद वह वापस नहीं लौटे. बताया गया कि 17-05-2019 को लोकसभा चुनाव में मतदान कर्मी के रूप में चुनाव कार्य संपन्न कराने के लिए कोयला कर्मी रोहन को भेजा गया था. उसके बाद से लापता है. इससे पीड़ित परिवार की आर्थिक स्थिति काफी दयनीय हो गयी है. वे भुखमरी के कगार पर पहुंच गये हैं. इस संबंध में लापता कोयला कर्मी रोहन की पत्नी मालती कोलिन ने कहा कि पिछले छह वर्ष पूर्व उनके पति चुनाव कार्य के दौरान से ही लापता हैं. इससे आर्थिक स्थिति का काफी खराब हो गयी है. वहीं, दूसरी ओर कोलियरी के अधिकारी भी पीड़ित परिजनों का सहयोग नहीं कर रही है. इसीलिए विवश होकर आमरण अनशन करने का निर्णय लिया है. इस संबंध में एटक नेता पशुपति कोल ने कहा कि हम सभी पीड़ित परिजनों को सपोर्ट करेंगे. ——— चुनाव ड्यूटी पर गए रोहन कोल छह साल से लापता हैं, उनका परिवार बेसब्री से उनका इंतजार कर रहा है
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