वरीय संवाददाता, देवघर : देवघर सेंट्रल जेल में काराधीन दो साइबर आरोपितों को लेने के लिए महाराष्ट्र की पुणे पुलिस देवघर पहुंची. यहां साइबर थाने से संपर्क कर उन आरोपितों का डिटेल्स प्राप्त किया. इसके बाद उन आरोपितों को अपने कांडों में साथ में ले जाने हेतु ट्रांजिट रिमांड के लिए कोर्ट में अर्जी दी. ट्रांजिट रिमांड प्राप्त होते ही पुणे पुलिस देर शाम में दोनों आरोपितों को जेल से रिसिव कर अपने साथ ले गयी. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, पुणे पुलिस को पाथरौल थाना क्षेत्र निवासी सगे भाई आनंदी यादव व मिथुन यादव की तलाश है. पुणे के व्यक्ति के साथ हुई लाखों की साइबर ठगी कांड में इनलोगों की संलिप्तता जांच में सामने आयी है. इसी आधार पर इन दोनों आरोपितों को वहां के कांड में ले जाने के लिये पुणे पुलिस देवघर पहुंची. जानकारी हो कि अगस्त 2024 में ही साइबर थाने की पुलिस ने आनंदी व मिथुन को साइबर ठगी करते गिरफ्तार किया था. उस संबंध में साइबर थाना कांड संख्या 77/24 दर्ज किया गया था. पुलिस को सूचना मिली थी कि एचपी गैस व फोन-पे फर्जी कस्टमर केयर पदाधिकारी बनकर आमलोगों को झांसे में लेकर दोनों ऑनलाइन ठगी कर रहे हैं. इस आधार पर पाथरौल थाना अंतर्गत ग्राम पथरा स्थित पानी टंकी के बगल में घेराबंदी कर दोनों को गिरफ्तार किया गया. पूछताछ करने पर पकड़ाये दोनों ने साइबर अपराध करने की बात स्वीकार करते हुए बताया था कि ये दोनों एचपी गैस व फोन-पे फर्जी कस्टमर केयर पदाधिकारी बनकर आमलोगों को झांसे में लेकर साइबर ठगी करते हैं. दोनों आरोपितों के पास से पांच मोबाइल सहित नगद 40,000 रुपये व सिमकार्ड आदि पुलिस ने बरामद किया था. इसके बाद कोर्ट में पेशी के बाद दोनों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया था.
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