Kidney Patient in Deoghar : देवघर जिले में किडनी मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है. डायलिसिस कराने वाले मरीजों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है. जिले के डायलिसिस सेंटर के आंकड़ें बेहद चौंकाने वाले हैं. सदर अस्पताल के डायलिसिस सेंटर में वर्ष 2024-25 के बीच 6803 यूनिट डायलिसिस किया गया. इसके अलावा जिले के तीन निजी डायलिसिस सेंटर में 4500 डायलिसिस किया गया.
किडनी खराब होने के प्रमुख कारण
डायलिसिस के ये चौंकाने वाले आंकड़ों से स्वास्थ्य महकमा चिंतित हैं. विशेषज्ञों का मानना है कि दौड़-भाग से भरे जीवन में इन दिनों लोगों की जीवनशैली अनियंत्रित हो चुकी है. लोग अपने खान-पान में ध्यान नहीं दे रहें हैं. इसके अलावा किडनी खराब होने के पीछे झोलाछाप चिकित्सकों द्वारा दी जाने वाली दवाइयां एक बड़ा कारण है. इन दिनों बेहद आम हो चुकी डायबिटीज और हाई ब्लड प्रेशर भी इसके प्रमुख कारण है.
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जिले में किडनी के 3500 से अधिक मरीज
विभाग के अनुसार किडनी मरीज 15 दिनों से लेकर 2 महीने में डायलिसिस करवाते हैं. आंकड़ों के अनुसार जिले में किडनी मरीजों की संख्या 3500 से अधिक है. इनमें से अधिकतर मरीज जिले के सदर अस्पताल और निजी अस्पतालों में डायलिसिस करवाते हैं. इसके अलावा कई मरीज जिले के बाहर भी डायलिसिस करवाते हैं. किडनी खराब होने के शुरुआती लक्षणों की बात करें तो, वजन बढ़ना, सूजन, पेशाब कम होना, भूख कम लगना, हड्डियों में दर्द, डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर जैसे कुछ लक्षण शामिल हैं.
किडनी को स्वस्थ्य रखने के उपाय
अपने किडनी को स्वस्थ्य रखने के लिए आपको केवल कुछ बातों का खास ख्याल रखने की आवश्यकता है. इसके लिए आपको रोजाना कुछ समय निकाल कर व्यायाम करना चाहिए. शुगर और ब्लड प्रेशर को कंट्रोल में रखने का प्रयास करें. खुद को मोटापे के शिकार होने से बचायें. इसके अलावा जितना अधिक हो सके उतना पानी पियें और धुम्रपान का सेवन बिल्कुल न करें. सबसे अहम बात झोलाछाप चिकित्सकों द्वारा दी जाने वाली या खुद से किसी भी दवा का सेवन न करें.
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