चितरा. चितरा कोलियरी प्रक्षेत्र स्थित सिमलगढ़ा स्थित मैदान में गुरुवार रात आदिवासी जात्रा का आयोजन किया गया. कार्यक्रम का उद्घाटन झारखंड आंदोलनकारी चिन्हितिकरण आयोग के सदस्य नरसिंह मुर्मू ने किया. इसके बाद सांस्कृतिक कार्यक्रम संताली जात्रा का शुभारंभ किया गया. इस अवसर पर मयूरभंज के जात्रा जोगधोला के कलाकार लखन मुर्मू, लखन सोरेन, डगर टुडू, माली हेंब्रम, फुलमनी मरांडी समेत अन्य कलाकारों के द्वारा अभिनीत संताली जात्रा ””गिदि मेले मेले, कोयल हाले डाले”” की बेहतरीन प्रस्तुति दी गयी. जिसे देखकर उपस्थित दर्शक झूमने को मजबूर हो गये. वहीं, दूसरी ओर आदिवासी सामाजिक जात्रा के माध्यम से आदिवासी समाज के लोगों को जागरूक करने का प्रयास किया गया. यह संदेश दिया कि समाज के लोगों को शिक्षित किया जाये. समाज में महिलाओं पर अत्याचार बंद हो और नशा का सेवन बंद किया जाये. तभी आदिवासी समाज के लोगों का उत्थान संभव है. मौके पर जामताड़ा अंचल अधिकारी ओबीश्वर मुर्मू, मुखिया गोलक बिहारी यादव, मुखिया छोटेलाल हेंब्रम, मुखिया प्रतिनिधि देवेन मुर्मू, बालेंद्र मुर्मू, युधिष्ठिर सिंह यादव, फतेहपुर प्रखंड के अरविंद मुर्मू, बाबू महतो, दिलीप मरांडी आदि मौजूद थे.
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