देवघर : बाबा बैद्यनाथ मंदिर के 10वें सरदार पंडा अजीतानंद ओझा का मंगलवार की सुबह निधन हो गया. वे 85 वर्ष के थे. सरदार पंडा के निधन की खबर मिलते ही देवघर शोक में डूब गया. पार्थिव शरीर के अंतिम दर्शन के लिए लाेगों की भीड़ उमड़ पड़ी. मानसराेवर तट पर उनका अंतिम संस्कार किया […]
देवघर : बाबा बैद्यनाथ मंदिर के 10वें सरदार पंडा अजीतानंद ओझा का मंगलवार की सुबह निधन हो गया. वे 85 वर्ष के थे. सरदार पंडा के निधन की खबर मिलते ही देवघर शोक में डूब गया. पार्थिव शरीर के अंतिम दर्शन के लिए लाेगों की भीड़ उमड़ पड़ी. मानसराेवर तट पर उनका अंतिम संस्कार किया गया. दिवंगत अजीतानंद ओझा को लंबे संघर्ष व कानूनी लड़ाई के बाद सरदार पंडा की गद्दी मिली थी तथा 321 दिनों तक सरदार पंडा की कुर्सी पर विराजमान रहे. मंगलवार की सुबह करीब सात बजे वे अपने बिस्तर पर बैठ कर चाय पीते हुए अपने पोते से बात कर रहे थे. इसी क्रम में अचानक बेहोश हो गये.
इसके बाद उनके छोटे पुत्र सच्चिदानंद ओझा ने मंदिर उपस्वास्थ्य केंद्र से तुरंत ऑक्सीजन मंगा कर लगवाया. इसके बाद सदर अस्पताल ले गये. सदर अस्पताल पहुंचने पर सुबह करीब साढ़े सात बजे डॉक्टरों ने सरदार पंडा अजीतानंद ओझा को मृत घोषित कर दिया. इसकी खबर मिलते ही लोग मंदिर परिसर स्थित उनके आवास में अंतिम दर्शन के लिए पहुंचने लगे. वे अपने पीछे पत्नी, चार बेटा सहित भरा-पूरा परिवार छोड़ गये.
गुलाबनंद ओझा होंगे अगले सरदार पंडा : सरदार पंडा अजितानंद ओझा के शव का अंतिम संस्कार से पहले सरदार पंडा के सभी वंशज एकजुट होकर गद्दी घर पहुंचे. वहां परिवार की ओर से पंडा धर्मरक्षिणी सभा के अध्यक्ष डॉ सुरेश भारद्वाज ने बताया कि दिवंगत के सबसे बड़े बेटे गुलाबनंद ओझा को अगला सरदार पंडा होंगे. Âबाकी पेज 13 पर
बाबा बैद्यनाथ मंिदर के…
अंतिम संस्कार पूरा होने के बाद विशेष तिथि तय कर ताजपोशी की जायेगी.
प्रशासनिक अधिकारियों की व्यवस्था : सरदार पंडा के निधन की सूचना मिलने पर डीसी राहुल सिन्हा, एसी अंजनी कुमार दुबे, एसपी नरेंद्र कुमार सिंह सहित कई अधिकारी मंदिर पहुंचे. डीसी ने परंपरा के बारे में जानकारी लेने के बाद सरदार पंडा के अंतिम संस्कार स्थल मानसरोवर तट स्थित पीपल के पेड़ के पास अंतिम संस्कार की व्यवस्था करायी. साथ ही डीसी के निर्देश पर सहायक प्रभारी दीपक मालवीय ने जरूरी सामान उपलब्ध कराये.
परंपरा के अनुसार हुआ अंतिम संस्कार
पूर्व से चली आ रही परंपरा के अनुसार सरदार पंडा अजीतानंद ओझा का अंतिम संस्कार किया गया. सबसे पहले पार्थिव शरीर को उनके आवास से प्रबंधक रमेश परिहस्त सहित उनके पुत्र व भतीजे द्वारा बाबा मंदिर के सामने स्थित मुंडन स्थल पर रखा गया. वहां इस्टेट पुरोहित श्रीनाथ पंडित ने विधि पूर्वक मंत्रोच्चार के साथ सरदार पंडा के ज्येष्ठ पुत्र गुलाबनंद ओझा से पार्थिव शरीर को स्नान कराया. उसके बाद उनको रेशमी आदि पहनाने के बाद माला चंदन आदि अर्पण कर लोगों ने अंतिम दर्शन किये. दोपहर करीब दो बजे से मंदिर से शव यात्रा निकालने के पूर्व बाबा मंदिर का परिक्रमा कराने के बाद सिंह द्वार से निकाल कर शिवगंगा लेन होते हुए मानसरोवर ले जाया गया. वहां अंतिम संस्कार किया गया. बड़े पुत्र गुलाबनंद ओझा ने मुखाग्नि दी.
बड़े बेटे गुलाबनंद हो सकते हैं अगले सरदार पंडा
सदर अस्पताल में सुबह 7:30 बजे किया मृत घोषित
परंपरा के अनुसार मानसरोवर तट हुआ अंतिम संस्कार
दर्शन करने व अंतिम यात्रा में शामिल हजारों लोग