प्रतापपुर. झोलाछाप डॉक्टर के चक्कर में जच्चा की मौत के दो दिन बाद नवजात की भी मौत हो गयी. तीन अप्रैल को कौरा गांव में झोलाछाप डॉक्टर श्याम गोविंद प्रसाद द्वारा गलत तरीके से प्रसव करने के बाद कौरा गांव निवासी सुबी देवी (पिता रामदास भारती) की मौत हो गयी थी. सुबी देवी ने एक बच्ची को जन्म दिया था. अत्यधिक रक्तस्राव होने पर झोलाछाप ने एंबुलेंस बुला कर सुबी देबी को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भेज दिया. वहां से महिला को सदर अस्पताल चतरा भेजा गया. चिकित्सकों ने महिला गंभीर स्थिति को देखकर उसे हजारीबाग रेफर कर दिया, लेकिन वहां पहुंचने से पहले ही महिला की मौत हो गयी. महिला की मौत के दो दिन बाद नवजात ने भी दम तोड़ दिया. घटना के बाद से झोलाछाप डॉक्टर क्लीनिक बंद कर फरार है. कुछ बिचौलिया महिला के परिजनों पर मामले को रफा-दफा करने का दबाव बना रहे हैं. बीडीओ अभिषेक पांडेय व थाना प्रभारी कासिम अंसारी ने मृतका के घर पहुंच कर मामले की जांच की थी, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गयी है. बता दें कि झोलाछाप कौरा चौक पर निजी क्लीनिक चलाता है. वह बिहार के सलैया थाना क्षेत्र के सेवती गांव का रहनेवाला है. मालूम हो कि सुबी देवी के पति बुटा भारती की मौत चार माह पूर्व गंभीर बीमारी से हो गयी थी.
मामले की जांच हो रही है : एसडीओ
एसडीओ जहुर आलम ने कहा कि मामले की जांच की जा रही है. झोलाछाप डॉक्टर फरार है. मामले की जांच के बाद कार्रवाई की जायेगी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है