चक्रधरपुर.
चक्रधरपुर प्रखंड के चेलाबेड़ा गांव में पर्वतीया स्थल पर बुना पूजा शुक्रवार को संपन्न हुआ. दियुरी अभिमन्यु नायक ने के सैंकड़ों लोगों की उपस्थिति में ग्राम देवी की पूजा की. दिनभर पर्वतीय स्थल पर अनुष्ठान को लेकर गहमागहमी का माहौल रहा. दियुरी ने बताया कि ग्रामदेवी की पूजा के बाद ही बुआई का काम शुरू होगा. यह एक पारंपरिक प्रथा है, जो पिछले कई दशकों से चलती आ रही है. कृषि कार्य शुरू करने के पूर्व ग्राम देवी की पूजा की जाती है. मान्यता है कि इससे अच्छी फसल होती है. गांव में सुख-शांति व समृद्धि बनी रहती है. गांव के निकट देवी पीठ पर लोग एकत्र होकर ग्राम मुंडा यदुनाथ नायक की मौजूदगी में पूजा कर अच्छी फसल व शांति की कामना की गयी.ग्रामीणों को ग्राम देवताओं के प्रति श्रद्धा व अटूट विश्वास है. हर शुभ काम शुरू करने से पहले ग्राम देवी की पूजा की जाती है. ग्राम देवी की पूजा के बिना बुआई के लिए किसी तरह का काम करना वर्जित होता है. यहां तक कि गड्ढे से कुदाल के जरिये गोबर निकालकर खेतों में डालने पर भी मनाही होती है. मान्यता है कि नियम का उल्लंघन करने पर गांव में देवी का प्रकोप होता है. विभिन्न प्रकार के रोग के कारण अशांति फैलती है. इसी परंपरा व विश्वास को कायम रखते हुए ग्राम देवी की पूजा की गयी. मौके पर समाजसेवी लखिंद्र नायक, पितांबर नायक, कार्तिक नायक, अभिराम नायक, एकता कमेटी के अध्यक्ष मुरारी नायक, अशोक नायक, देवानंद नायक, नारंगा बांडरा, देवेंद्र नायक, रूद्रो नायक, मिथिलेश नायक, रमेश नायक, निरंजन नायक, शशि भूषण, माधव नायक, विरंची नायक, अर्जुन प्रधान, राजेश नायक समेत सैंकड़ों की संख्या में ग्रामीण मौजूद थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है