नक्सली हिंसा में मारे गये सुखराम मांझी की पत्नी सरस्वती देवी दो वर्षों से सरकारी मुआवजा और नियोजन के लिए भटक रही हैं. चतरोचट्टी थाना अंतर्गत चुट्टे पंचायत के दनरा गांव निवासी सुखराम मांझी की हत्या 26 दिसंबर 2023 को नक्सलियों ने पुलिस मुखबिरी के आरोप में कर दी थी. घटना के बाद प्रशासन ने आश्वासन उनकी पत्नी को मुआवजा और नियोजन देने का आश्वासन दिया था. सरस्वती देवी और उसका पुत्र 17 वर्षीय सतीश सोरेन पूर्व मंत्री माधव लाल सिंह से मिले और अपना दुखड़ा सुनाया. पूर्व मंत्री ने मदद का आश्वासन दिया. इधर, गोमिया बीडीओ महादेव महतो ने बताया कि नौ माह से पेंशन का पैसा आश्रित के खाते में जा रहा है.
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