बोकारो : डीइओ नीलम आइलिन टोप्पो व डीएसइ रेणुका तिग्गा ने गुरुवार को कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय में छात्राओं के घटिया खाना देने की शिकायत थाना में करने के मामले में जांच की. दोनों पदाधिकारियों ने जरीडीह प्रखंड के बाराडीह स्थित कस्तूरबा पहुंचकर छात्राओं व शिक्षकों से पूरे मामले की जानकारी ली.
छात्राओं ने बताया
दलिया खराब बनी थी, इसलिए 12 वीं की छात्राएं आक्रोशित हो गयी थी. उन्हें शैंपू सहित अन्य सामान भी कम दिया जाता है. स्पोर्ट्स टीचर मामुनी मैडम उन्हें बेवजह प्रताड़ित करती हैं.
वहीं वार्डन शशिबाला ने पदाधिकारियों को बताया
12 वीं की छात्राएं काफी उदंड हैं. साफ सफाई पर ध्यान नहीं देती हैं. कमरे व बाहर गंदगी फैलाती हैं. इसलिए उन्हें सबक सिखाने के लिए उनके बिस्तर पर गंदगी डाली गयी थी. खाना के बारे में बताया : खाना घटिया नहीं दिया जाता है.
उन्होंने जांच पदाधिकारियों को बताया
छात्राएं ड्रेनेज में पोलिथिन के अलावा शैंपू आदि के रैपर डाल देतीं हैं. इस कारण जाम होता है. इस संबंध में चेतावनी दी गयी थी. दंड देने के उद्देश्य से शैंपू नहीं दिया जा रहा था. डीइओ ने छात्राओं के कैंपस से बाहर जाने पर आपत्ति व्यक्त करते हुए छात्राओं से कहा : इस प्रकार की शिकायत संबंधित विभाग के पदाधिकारी व वरीय पदाधिकारियों से करनी चाहिए.जांच के दौरान थाना पहुंचने वाली दोनों छात्राओं के घर जाने के कारण पदाधिकारी उनसे पूछ-ताछ नहीं कर सके.
डीइओ ने इस मामले बताया
टीचर द्वारा मारपीट कर पुष्टि नहीं हुई है. अनुशासन के लिए डांट-फटकार की बात सही पायी गयी है. बेड पर गंदगी फेंके जाने की पुष्टि हुई है. उन्होंने बताया कि जांच रिपोर्ट तैयार कर उपायुक्त को सौंपी जायेगी. उसके बाद आगे की कार्रवाई की जायेगी. जांच के दौरान सीडब्ल्यूसी के डाॅ विनय भी मौजूद थे.
मामला कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय जरीडीह का डीइओ, डीएसइ ने की जांच
बोकारो : डीइओ नीलम आइलिन टोप्पो व डीएसइ रेणुका तिग्गा ने गुरुवार को कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय में छात्राओं के घटिया खाना देने की शिकायत थाना में करने के मामले में जांच की.
दोनों पदाधिकारियों ने जरीडीह प्रखंड के बाराडीह स्थित कस्तूरबा पहुंचकर छात्राओं व शिक्षकों से पूरे मामले की जानकारी ली. छात्राओं ने बताया : दलिया खराब बनी थी, इसलिए 12 वीं की छात्राएं आक्रोशित हो गयी थी. उन्हें शैंपू सहित अन्य सामान भी कम दिया जाता है.
स्पोर्ट्स टीचर मामुनी मैडम उन्हें बेवजह प्रताड़ित करती हैं. वहीं वार्डन शशिबाला ने पदाधिकारियों को बताया : 12 वीं की छात्राएं काफी उदंड हैं. साफ सफाई पर ध्यान नहीं देती हैं. कमरे व बाहर गंदगी फैलाती हैं. इसलिए उन्हें सबक सिखाने के लिए उनके बिस्तर पर गंदगी डाली गयी थी.
खाना के बारे में बताया
खाना घटिया नहीं दिया जाता है. उन्होंने जांच पदाधिकारियों को बताया : छात्राएं ड्रेनेज में पोलिथिन के अलावा शैंपू आदि के रैपर डाल देतीं हैं. इस कारण जाम होता है. इस संबंध में चेतावनी दी गयी थी. दंड देने के उद्देश्य से शैंपू नहीं दिया जा रहा था.
डीइओ ने छात्राओं के कैंपस से बाहर जाने पर आपत्ति व्यक्त करते हुए छात्राओं से कहा : इस प्रकार की शिकायत संबंधित विभाग के पदाधिकारी व वरीय पदाधिकारियों से करनी चाहिए. जांच के दौरान थाना पहुंचने वाली दोनों छात्राओं के घर जाने के कारण पदाधिकारी उनसे पूछ-ताछ नहीं कर सके.
डीइओ ने इस मामले बताया
टीचर द्वारा मारपीट कर पुष्टि नहीं हुई है. अनुशासन के लिए डांट-फटकार की बात सही पायी गयी है. बेड पर गंदगी फेंके जाने की पुष्टि हुई है. उन्होंने बताया कि जांच रिपोर्ट तैयार कर उपायुक्त को सौंपी जायेगी. उसके बाद आगे की कार्रवाई की जायेगी. जांच के दौरान सीडब्ल्यूसी के डाॅ विनय भी मौजूद थे.
