धनबाद : धनबाद कार्मिक नगर निवासी महिला उमा देवी (42) को कुछ बदमाशों ने चलती ट्रेन से फेंक दिया. महिला के साथ यह घटना जसीडीह स्टेशन से करीब 200 मीटर आगे घटी. बताया जा रहा है कि उमा देवी अपनी बेटी नेहा कुमारी (18) के साथ मौर्या एक्सप्रेस की बोगी एस-6 से सीवान से धनबाद […]
धनबाद : धनबाद कार्मिक नगर निवासी महिला उमा देवी (42) को कुछ बदमाशों ने चलती ट्रेन से फेंक दिया. महिला के साथ यह घटना जसीडीह स्टेशन से करीब 200 मीटर आगे घटी. बताया जा रहा है कि उमा देवी अपनी बेटी नेहा कुमारी (18) के साथ मौर्या एक्सप्रेस की बोगी एस-6 से सीवान से धनबाद आ रही थी. गुरुवार की रात करीब साढ़े ग्यारह बजे ट्रेन जसीडीह पहुंची.
ट्रेन जैसे ही वहां से खुली एक बदमाश उनका बैग लेकर भागने लगा. यह देख उमा देवी भी उसे पकड़ने के लिए दौड़ी. ट्रेन के गेट पर उमा देवी ने अपना बैग पकड़ लिया. इस दौरान बदमाश का दूसरा साथी पीछे से आया और महिला को धक्का दे दिया. उसके बाद दोनों बदमाश चलती ट्रेन से उतर गये. महिला ने बताया कि ट्रेन से उतरने के बाद दोनों बदमाशों ने उनके कान की बाली और गले की सोने की चेन भी खींच ली. महिला ने बताया कि बैग में करीब एक लाख के गहने थे.
ढाई घंटे तक पड़ी रही महिला : ट्रेन से गिरने के बाद उमा देवी ढाई घंटे तक उसी हाल में पटरी के पास पड़ी रही. इस घटना में उनका दाहिना पैर कई जगह टूट गया था. इस कारण वह उठ नहीं पा रही थी. उनके सर में भी चोट लगी थी. महिला के अनुसार उनका मोबाइल उनके पास था, जिससे उन्होंने पहले अपने पति इसीएलकर्मी सत्यदेव साव और फिर जीआरपी को फोन कर मामले की जानकारी दी. बताया कि जीआरपी को फोन करने के करीब दो से ढाई घंटे बाद पुलिस घटनास्थल पहुंची. उन्हें उठाकर अस्पताल ले जाया गया जहां उनका कोई खास इलाज नहीं कराया गया.
सदमे में है बेटी
उमा देवी के पति सत्यदेव साव ने बताया कि अपनी मां को चलती ट्रेन से गिरता देख उसकी बेटी सदमे में है. बताया कि वह भी ट्रेन से कूदना चाहती थी, मगर यात्रियों ने उसे ऐसा नहीं करने दिया. उसके बाद से ही उनकी बेटी काफी डरी हुई है. फिलहाल उमा देवी का इलाज कार्मिक नगर स्थित जिम्स अस्पताल में चल रहा है.